रांची : अव्यवस्था के बीच शनिवार को पंडरा बाजार में रांची जिले के 14 प्रखंडों के पंचायत चुनाव की मतगणना शुरू हुई. मतगणना तय समय आठ बजे से डेढ़ घंटे विलंब से शुरू हुई.
पहला रिजल्ट दिन के एक बजे कांके के उरुगुटू के वार्ड सदस्य का आया. सबसे विकट स्थिति तब हुई, जब स्ट्रांग रूम के प्रभारी रतन कुमार मतगणना केंद्र नहीं पहुंचे. उनके नहीं आने से अफरा-तफरी मच गयी. करीब नौ बजे चुनावी ड्यूटी में लगे अफसरों को चाबी मिली. अफसर यह कहते रहे कि रतन कुमार खुद नहीं आये, बल्कि चाबी भेज दी है. रतन कुमार यहां रिंग रोड में कार्यपालक अभियंता हैं. इस मामले में रांची के उपायुक्त मनोज कुमार ने कहा कि श्री कुमार के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
उमड़ी भीड़, घुस गये मतगणना केंद्रों तक
सुबह सात बजे से ही भीड़ उमड़नी शुरू हो गयी थी. भीड़ मतगणना केंद्रों तक पहुंच गयी. कहीं रोक-टोक नहीं थी. सुरक्षाकर्मियों को इस संबंध में कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं था. सभी कहते रहे कि कहां पर किसे रोकना है, यह क्लीयर नहीं है. मतगणना केंद्रों में काफी भीड़ होने की वजह से अंदर भी अफरा-तफरी का माहौल रहा.
कुछ मतदान केंद्रों में तो लोग गिरे हुए वैलेट पेपर उठा कर मतगणना कर्मियों को दे रहे थे. उपायुक्त के आने के बाद स्थिति सामान्य हुई. लोगों को मतगणना केंद्र परिसर से बाहर किया गया, लेकिन उनके जाने के बाद फिर भीड़ अंदर आ गयी. वहीं सैकड़ों पर वाहनों की कतार लगी रही. इससे पूरा इलाका अस्त-व्यस्त रहा.
स्थिति संभालने में लगे रहे ये अफसर : उप विकास आयुक्त वीरेंद्र कुमार सिंह, एडीएम विधि व्यवस्था गिरिजा शंकर प्रसाद, सदर अनुमंडलाधिकारी अमित कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी गीता चौबे, डीआरडीए निदेशक मनमोहन प्रसाद, शहर अंचल सीअो संजीव कुमार लाल, उप समाहर्ता श्वेता कुमारी, एनइ रिंकू कुजूर सहित सभी प्रखंडों के बीडीअो व सीअो.