आंदोलन: सड़क पर उतर कर किया विरोध, राज्यपाल से लगायी गुहार, डॉक्टर बोले, हमें न्याय चाहिए

रांची: राजधानी के चिकित्सकों ने बुधवार को शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राकेश पर लगाये गये आरोपों के विराेध में शांति मार्च निकाला. चिकित्सक इंडियन पेडियाट्रिक्स एसोसिएशन (आइएपीए), इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) व झारखंड स्टेट हेल्थ आर्गेनाइजेशन(झासा) के नेतृत्व में डाॅक्टरों ने शांति मार्च निकाला. चिकित्सक सुबह 10 बजे करमटोली चौक स्थित आइएमए भवन से रेडियम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2015 7:10 AM
रांची: राजधानी के चिकित्सकों ने बुधवार को शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राकेश पर लगाये गये आरोपों के विराेध में शांति मार्च निकाला. चिकित्सक इंडियन पेडियाट्रिक्स एसोसिएशन (आइएपीए), इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) व झारखंड स्टेट हेल्थ आर्गेनाइजेशन(झासा) के नेतृत्व में डाॅक्टरों ने शांति मार्च निकाला. चिकित्सक सुबह 10 बजे करमटोली चौक स्थित आइएमए भवन से रेडियम रोड, कचहरी चौक होते हुए राजभवन स्थित जाकिर हुसैन पार्क पहुंचे. वहां से चिकित्सकों का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल द्रौपदी मुरमू से मिलकर ज्ञापन सौंपा.

प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ अजय कुमार सिंह, डॉ आरएस दास, डॉ दीपक गुप्ता, डाॅ पवन, डॉ अमित मोहन व अन्य शामिल थे़ शांति मार्च में राजधानी के वरिष्ठ पुरुष व महिला चिकित्सक शामिल हुए़ इसमें डाॅ शोभा चक्रवती, डॉ उषा नाथ, डाॅ उषा रानी, डॉ विमलेश कुमार, डॉ संजय कुमार, डॉ एके पाॅल, डॉ दीपक गुप्ता, डॉ प्रभात कुमार, डॉ राजेश कुमार, डॉ अमित मोहन, डॉ विजय मिश्रा, डॉ पैट्रिक मिंज, डॉ सिडाना, डॉ संजय जायसवाल, डॉ एसएन यादव, डॉ हर्ष कुमार, डॉ शैलेश चंद्रा, डॉ अनिताभ, डॉ पवन कुमार वर्णवाल, डॉ नितिश प्रिया सहित शहर के अन्य चिकित्सक शामिल थे.
डाॅ राकेश के साथ अन्याय हो रहा है. हमको विवश हो कर सड़क पर उतरना पड़ रहा है. पुलिस को सोच समझ कर कार्रवाई करनी चाहिए.
डॉ उषा नाथ, वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ
चिकित्सक के साथ न्याय होना चाहिए. हम शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं. सरकार को निष्पक्षता के साथ मामले की जांच करनी चाहिए.
डॉ विमलेश सिंह, झासा सचिव
चिकित्सक को स्वच्छ माहौल में काम करने देना चाहिए. अगर डॉ राकेश ने गलती की है तो उनको अपनी बात कहने का मौका दिया जाना चाहिए.
डॉ प्रभात कुमार, आइएमए
ऐसा माहौल होगा तो हम वीआइपी मरीजों का इलाज करने व भरती करने में सोचेंगे. अगर अच्छा माहौल नहीं मिलेगा तो चिकित्सक बेहतर सेवा कैसे देंगे.
डॉ उषा रानी, वरिष्ठ चिकित्सक

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