विडंबना: आठ प्रस्तावित मेडिकल कॉलेजों में कोई शुरू नहीं

रांची: राज्य में आठ मेडिकल कॉलेजों का निर्माण अब तक शुरू नहीं हो सका है. इन सबकी घोषणा एक से तीन वर्ष पहले की गयी थी. सबसे पहले जुलाई-2012 में कोल इंडिया के तत्कालीन निदेशक कार्मिक आर मोहन ने घोषणा की थी कि इसीएल, बीसीसीएल व सीसीएल राज्य में एक-एक मेडिकल कॉलेज खोलेंगे. सीसीएल ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 25, 2015 1:29 AM
रांची: राज्य में आठ मेडिकल कॉलेजों का निर्माण अब तक शुरू नहीं हो सका है. इन सबकी घोषणा एक से तीन वर्ष पहले की गयी थी. सबसे पहले जुलाई-2012 में कोल इंडिया के तत्कालीन निदेशक कार्मिक आर मोहन ने घोषणा की थी कि इसीएल, बीसीसीएल व सीसीएल राज्य में एक-एक मेडिकल कॉलेज खोलेंगे. सीसीएल ने पहले गांधीनगर, रांची के पीछे 20 एकड़ जमीन भी उपलब्ध करायी थी, पर बाद में सीसीएल ने खुद कॉलेज बनाने का निर्णय बदल दिया.
सूत्रों के मुताबिक उसने तय किया कि किसी योग्य पार्टी की तलाश कर उसे जमीन दे दी जायेगी. अब वह सरकार से दो सौ एकड़ जमीन मांग रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने इस पर कहा है कि इतनी जमीन तो मेडिकल काउंसिल अॉफ इंडिया (एमसीआइ) की गाइडलाइन के तहत चाहिए भी नहीं.
इधर अभी किसी मेडिकल कॉलेज पर काम शुरू नहीं हुआ है. सेल बोकारो के तहत भी एक मेडिकल कॉलेज बनाया जाना था. एचइसी में भी एक कॉलेज खोलने की बात चली थी, पर एचइसी ने यह प्रस्ताव रद्द कर दिया. अब फिर अपने प्लांट अस्पताल में ही मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए एचइसी ने दो माह पूर्व विज्ञापन निकाला है. इधर स्वास्थ्य विभाग के प्रस्तावित तीन मेडिकल कॉलेजों दुमका, मेदिनीनगर व हजारीबाग के लिए अभी जमीन तलाशने का काम चल रहा है. विभाग ने इनके निर्माण संबंधी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने के लिए कंसलटेंसी बहाली की प्रक्रिया भी शुरू की है, पर अभी इन कॉलेजों को बनने में वक्त लगेंगे.

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