तीन साल से अधिक हो गये सीआइडी जांच शुरू नहीं हुई
रांची: गिरिडीह के बिरनी में 10 अगस्त 2011 को 12 वर्षीय की अपहरण व हत्या की सीआइडी जांच कराने का आश्वासन सरकार ने जनवरी 2012 में विधानसभा में दिया था. तत्कालीन मंत्री बैद्यनाथ राम ने कहा था कि सीआइडी दो माह के भीतर मामले की जांच कर रिपोर्ट देगी, लेकिन तब से लेकर अब तक […]
रांची: गिरिडीह के बिरनी में 10 अगस्त 2011 को 12 वर्षीय की अपहरण व हत्या की सीआइडी जांच कराने का आश्वासन सरकार ने जनवरी 2012 में विधानसभा में दिया था. तत्कालीन मंत्री बैद्यनाथ राम ने कहा था कि सीआइडी दो माह के भीतर मामले की जांच कर रिपोर्ट देगी, लेकिन तब से लेकर अब तक जांच रिपोर्ट सरकार तक नहीं पहुंची है.
गत 17 दिसंबर को गृह विभाग ने सीआइडी एडीजी को पत्र लिख कर इस मामले में जांच रिपोर्ट शीघ्र देने का निर्देश दिया है, ताकि लंबित आश्वासन पूरा हो सके.
इससे पहले भी 10 जुलाई को सरकार ने सीआइडी को आदेश दिया था कि मामले में अनुसंधान शुरू कर रिपोर्ट भेजें. 10 जुलाई को जारी पत्र के मुताबिक इस संबंध में पहले किये गये पत्राचार में सीआइडी ने कहा था कि मामले का अनुसंधान जिला पुलिस कर रही है, जबकि सरकार ने मामले में सीआइडी जांच का आदेश दिया था. जानकारी के मुताबिक 10 अगस्त 2011 को बिरनी निवासी मनोज साव के पुत्र नीरज कुमार की अपहरण के बाद हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में अभियुक्त बनाये गये लोगों के खिलाफ पुलिस को साक्ष्य नहीं मिल रहे थे. बगोदर के तत्कालीन विधायक विनोद सिंह ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए विधानसभा में मामला उठाया था.