स्थिति: जेपीएससी ने की पहल, पर साक्षात्कार में भी नहीं पहुंच रहे अभ्यर्थी, रिक्त हैं सीटें, नहीं मिल रहे डॉक्टर

रांची: राज्य में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए सरकार व झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) द्वारा कई बार पहल की गयी, लेकिन हर बार निर्धारित सीटें खाली रह गयीं. राज्य में वर्षों से पड़े बैकलॉग की रिक्तियों को भी भरने की कोशिश हुई, लेकिन वह भी खाली रह गयीं. जानकारी के अनुसार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2015 1:00 AM
रांची: राज्य में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए सरकार व झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) द्वारा कई बार पहल की गयी, लेकिन हर बार निर्धारित सीटें खाली रह गयीं. राज्य में वर्षों से पड़े बैकलॉग की रिक्तियों को भी भरने की कोशिश हुई, लेकिन वह भी खाली रह गयीं. जानकारी के अनुसार झारखंड लोक सेवा आयोग ने इस वर्ष चिकित्सा पदाधिकारी (मूल कोटि) बैकलॉग के रिक्त 71 पद पर नियुक्ति के लिए साक्षात्कार का आयोजन किया, लेकिन साक्षात्कार में बहुत कम उम्मीदवार आये, जिसके कारण 28 सीटें रिक्त रह गयीं.
आयोग द्वारा मात्र 43 उम्मीदवारों की ही अनुशंसा सरकार के पास भेजी जा सकी. कुल 71 पद में एससी के 29 पदों के विरुद्ध 16, एसटी में सात के विरूद्ध सात, बीसी वन में 28 के विरुद्ध 13 उम्मीदवार व बीसी टू में कुल सात रिक्त पद के विरुद्ध सात उम्मीदवारों की अनुशंसा हुई. इसी प्रकार जेपीएससी ने चिकित्सा पदाधिकारी मूल कोटि के साक्षात्कार में भी सीटों से कम उम्मीदवार शामिल हुए. फलस्वरूप 556 रिक्त पदों के विरुद्ध मात्र 336 उम्मीदवारों की अनुशंसा सरकार ने की. इस तरह इस साक्षात्कार में भी 220 सीटें रिक्त रह गयीं.

आयोग ने दिसंबर माह में गैर शैक्षणिक विशेषज्ञ चिकित्सक की बहाली के लिए साक्षात्कार का आयोजन किया , लेकिन इसमें भी काफी कम उम्मीदवार शामिल हुए़ इसमें सीटें रिक्त रह जाने की प्रबल संभावना है. बताया जाता है कि आयोग ने फिजिशियन के 220, सर्जन के 34 व पेडियेट्रिक के 222 पदों के विरुद्ध साक्षात्कार का आयोजन किया, लेकिन इन तीनों विषयों को मिलाकर मात्र 85 उम्मीदवार ही साक्षात्कार में शामिल हुए. इसी प्रकार गायनोकोलॉजी में कुल 32 पदों के विरुद्ध 36 उम्मीदवार साक्षात्कार में शामिल हुए. साइकियाट्रिक के 22 पदों के विरुद्ध 10 उम्मीदवार, इएनटी के कुल चार रिक्त पदों के विरुद्ध तीन उम्मीदवार साक्षात्कार में शामिल हुए हैं. रेडियोलॉजिस्ट के कुल 16 पदों के विरुद्ध 14 उम्मीदवार आये. एनेस्थीशिया के 36 पदों के विरुद्ध 11 उम्मीदवार आये. नेत्र रोग के कुल 34 पदों के विरुद्ध लगभग 17 उम्मीदवार शामिल हुए. इसी प्रकार अस्थि रोग विशेषज्ञ के कुल 30 पदों के विरुद्ध भी कम उम्मीदवार साक्षात्कार में शामिल हुए. कुल 11 विषयों में स्नातकोत्तर डिप्लोमा/डिग्री या राष्ट्रीय परीक्षा परिषद से डिग्री प्राप्त (डीएनवी) उम्मीदवारों को शामिल होना था.
तीन करोड़ 29 लाख की आबादी में मात्र 1500 सरकारी डॉक्टर हैं
राज्य की कुल आबादी तीन करोड़ 29 लाख है़ फिलहाल लगभग 15 सौ सरकारी डॉक्टर कार्यरत हैं. लगभग 21 हजार व्यक्ति पर एक सरकारी डॉक्टर कार्यरत हैं. झारखंड में रिम्स के अलावा एमजीएम कॉलेज व अस्पताल जमशेदपुर तथा पीएमसीएच धनबाद में मेडिकल की पढ़ाई होती है.

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