रांची : झारखंड में कोरोना की एंट्री के 77 दिन बीत चुके हैं. इस दौरान कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 1806 हो गया है. अब तक एक हजार संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं, जबकि नौ संक्रमितों की मौत हो गई है. अब तक करीब पौने सात लाख प्रवासी झारखंड लौट चुके हैं. इनमें 1477 प्रवासी कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. पढ़िए गुरुस्वरूप मिश्रा की रिपोर्ट.
झारखंड में अब तक पांच लाख 11 हजार 663 प्रवासी श्रमिक लौटे हैं, जिनमें 78 हजार 423 प्रवासियों के सैंपल लिये गये हैं. जो कुल श्रमिकों का 15.7 प्रतिशत है. इनमें 1477 प्रवासी श्रमिक कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. दूसरे राज्यों से आनेवाले श्रमिकों में महाराष्ट्र और तमिलनाडु से 2.3 प्रतिशत, दिल्ली से आये श्रमिकों में 2.85 प्रतिशत कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. बांग्लादेश से आये 18 प्रवासी कोरोना पॉजिटिव हैं.
झारखंड में अब तक 6 लाख 89 हजार से अधिक लोग दूसरे राज्यों से झारखंड लौट चुके हैं. इनमें से 5 लाख 11 हजार 663 लोग प्रवासी मजदूर के रूप में चिन्हित किये गये हैं. वंदे भारत मिशन के तहत अब तक 390 लोग विदेश से झारखंड लौटे हैं. इनमें से 234 लोगों ने अपना कोरेंटिन पीरियड पूरा कर लिया है. इनमें 21 लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. विदेशों से लौटने वालों में सर्वाधिक बांग्लादेश से लौटे प्रवासी हैं. आगामी 17 जून को बांग्लादेश से 76 लोगों को फ्लाइट से झारखंड लाया जायेगा. झारखंड में कोरोना से संबंधित मामलों के मुख्य नोडल पदाधिकारी अमरेंद्र प्रताप सिंह ने ये जानकारी दी है.
झारखंड लौटे 6 लाख 89 हजार से अधिक लोगों में से 4 लाख 12 हजार 357 लोगों को राज्य सरकार ने वापस लाया है. इनमें से 3 लाख 10 हजार 340 लोगों को 238 स्पेशल श्रमिक ट्रेन से लाया गया है. 1 लाख 8 सौ 52 लोगों को बस तथा 1165 लोगों को फ्लाइट से वापस लाया गया है. राज्य में कुल 3566 कोरेंटिन सेंटर बनाये गये हैं. इनमें 25 हजार 170 लोगों को कोरेंटिन किया गया है. इसके अलावा 2 लाख 49 हजार 583 लोगों को होम कोरेंटिन किया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अमिताभ कौशल ने ये जानकारी दी है.
झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 1806 हो गया है. महज 77 दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ी है. पिछले 22 मार्च को झारखंड में लागू लॉकडाउन के बाद 31 मार्च को राज्य में कोरोना का पहला मरीज मिला था. इसके बाद से धीरे-धीरे कोरोना ने वक्त के साथ रफ्तार पकड़ना शुरू किया. 1 मई से प्रवासियों के झारखंड लौटने के साथ कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है.
झारखंड में 116 कंटनमेंट जोन बनाये गये हैं. इनमें सर्वाधिक 13 जमशेदपुर (पूर्वी सिंहभूम) में है. पश्चिमी सिंहभूम में 11 और रांची में 10 कंटेनमेंट जोन बनाये गये हैं.
राज्य के स्वास्थ्य सचिव डॉ कुलकर्णी ने जानकारी दी है कि सैंपल का बैकलॉग नहीं है. जितने सैंपल आ रहे हैं, उनकी रिपोर्ट दूसरे दिन ही दी जा रही है. राज्य में प्रति 10 लाख आबादी पर 2800 सैंपल लिये जा रहे हैं. झारखंड में पॉजिटिविटी दर 1.69 प्रतिशत है, लेकिन चार जिले ऐसे हैं, जिनका रेट काफी ज्यादा है. सिमडेगा में 5.3 प्रतिशत, कोडरमा में 4.3 प्रतिशत, हजारीबाग में 3.5 प्रतिशत और गढ़वा में 2.78 प्रतिशत है. छह जिले ऐसे हैं, जहां पिछले सात दिनों से कोई नया केस नहीं आया है. इनमें साहिबगंज में 15 दिन, गोड्डा में 46 दिन, दुमका में 13 दिन से तथा जामताड़ा, धनबाद और देवघर में सात दिनों से कोई नया केस नहीं है.
Posted By : Guru Swarup Mishra