सिविल सजर्न को दो घंटे बनाया बंधक, नारेबाजी

रांची: सिविल सजर्न के आदेश के विरोध में गुरुवार को अनुबंध कर्मियों ने सिविल सजर्न कार्यालय का घेराव किया और जम कर नारेबाजी की. नेतृत्व विद्यानंद विद्यार्थी ने किया. इस दौरान कर्मचारियों ने स्थानांतरण का पुरजोर विरोध किया. घेराव सुबह 8.30 बजे शुरू हुआ, जो तीन बजे तक चला. करीब एक बजे सिविल सजर्न डॉ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:38 PM

रांची: सिविल सजर्न के आदेश के विरोध में गुरुवार को अनुबंध कर्मियों ने सिविल सजर्न कार्यालय का घेराव किया और जम कर नारेबाजी की. नेतृत्व विद्यानंद विद्यार्थी ने किया. इस दौरान कर्मचारियों ने स्थानांतरण का पुरजोर विरोध किया.

घेराव सुबह 8.30 बजे शुरू हुआ, जो तीन बजे तक चला. करीब एक बजे सिविल सजर्न डॉ डीके सिंह अपने कार्यालय में आये, जहां कर्मचारियों ने उन्हें दो घंटे तक बंधक बनाये रखा. घेराव के दौरान अचानक डॉ सिंह ने कर्मियों से वार्ता करने से इनकार कर दिया. इसे लेकर श्री विद्यार्थी समेत अन्य कर्मियों की सिविल सजर्न से बकझक भी हुई.

बाद में सिविल सजर्न डॉ सिंह ने कर्मियों को वार्ता के लिए बुलाया. वार्ता के दौरान डॉ सिंह ने अनुबंध पर कार्यरत 70 एएनएम के स्थानांतरण आदेश पर रोक लगा दी. ऑल झारखंड पारा मेडिकल एसोसिएशन के महासचिव उपेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि अनुबंध कर्मी बिना किसी सुविधा के अल्प मानदेय पर कार्य करते हैं. ऐसे में स्थानांतरण किया जाना गलत है. घेराव कार्यक्रम में उमेश तिवारी, बलभद्र झा, सिद्धेश्वर राम, मो रिजवान, शबाना खातून, कनक लता पॉल के अलावा जिप सदस्य आरती कुजूर समेत कई कर्मी शामिल थे.

Next Article

Exit mobile version