पोशाक खरीद चुकी छात्राओं को मिलेंगे पैसे

रांची: कक्षा नौ से 12वीं तक की छात्राओं को वर्तमान शैक्षणिक सत्र में केवल पोशाक व कॉपी मिलेगी, जबकि किताब अब अगले शैक्षणिक सत्र से मिलेगी. कक्षा नौ से 12वीं तक की छात्राओं को वर्ष 2012 में नि:शुल्क पोशाक, किताब व सोलर लैंप देने की घोषणा की गयी थी़ सरकार ने वर्ष 2012 को बिटिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2016 7:01 AM
रांची: कक्षा नौ से 12वीं तक की छात्राओं को वर्तमान शैक्षणिक सत्र में केवल पोशाक व कॉपी मिलेगी, जबकि किताब अब अगले शैक्षणिक सत्र से मिलेगी. कक्षा नौ से 12वीं तक की छात्राओं को वर्ष 2012 में नि:शुल्क पोशाक, किताब व सोलर लैंप देने की घोषणा की गयी थी़ सरकार ने वर्ष 2012 को बिटिया वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा की थी़.

तत्कालीन शिक्षा मंत्री ने विधानसभा में बजटीय भाषण में इस योजना की घोषणा की थी़ योजना घोषित होने के तीन वर्ष बाद इस वर्ष इसकी प्रक्रिया पूरी की जा सकी़ इस दौरान तीन शैक्षणिक सत्र की छात्राओं ने अपनी पढ़ाई पूरी कर ली़ दिसंबर 2015 में कैबिनेट से योजना को मंजूरी मिली़ अब शैक्षणकि सत्र 2015-16 समाप्त होने में तीन माह ही बचा है़ शिक्षा विभाग ने ऐसे में पोशाक व कॉपी का पैसा छात्राओं को इस सत्र से व किताब अगले सत्र से देने का निर्णय लिया है़ जो छात्राएं पोशाक खरीद चुकी हैं, सरकार उनके खाते में पैसा देगी़ सरकार पोशाक व कॉपी की राशि छात्राआें को वापस करेगी़ पाेशाक के लिए सभी छात्राओं को 600 व कॉपी के लिए 200 रुपये दिये जायेंगे. एक छात्रा को 800 रुपये मिलेंगे़ राज्य में कक्षा नौ से 12वीं तक में लगभग ढाई लाख छात्राएं पढ़ती हैं, पर योजना का लाभ उन्हीं छात्राओं को मिलेगा, जिनकी स्कूल में उपस्थिति 50 प्रतिशत होगी़ 50 प्रतिशत से कम उपस्थिति पर इसका लाभ नहीं मिलेगा़
सरकारी स्कूल में पढ़ना अनिवार्य
सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाली छात्राओं को ही नि:शुल्क पोशाक, किताब व कॉपी दी जायेगी. राज्य में लगभग 572 स्थापना अनुमति प्राप्त उच्च विद्यालय हैं, जिनमें कक्षा नौ व दस की पढ़ाई होती है़ इसके अलावा 300 से अधिक इंटर कॉलेज हैं, जहां 11वीं व 12वीं की पढ़ाई होती है़ 50 अंगीभूत कॉलेजों में भी इंटर की पढ़ाई होती है़ स्थापना अनुमति प्राप्त विद्यालय व इंटर कॉलेज व अंगीभूत कॉलेज में पढ़नेवाली छात्राओं के बारे में कुछ नहीं कहा गया है़.
किताब का पैसा एसएमसी को
किताब के लिए पैसा छात्राआें को नहीं दिया जायेगा़ किताब का पैसा सरकार विद्यालय प्रबंध समिति (एसएमसी) को देगी़ इसके लिए राशि सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को दी गयी है़ जिला स्तर से राशि विद्यालय प्रबंध समिति के खाते में ट्रांसफर किया जायेगा़ छात्राओं को किताब उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक को दी गयी है़ अलग-अलग कक्षा की किताब के लिए अलग-अलग राशि का निर्धारण किया गया है़ कक्षा नौ के लिए 595 रुपये, कक्षा दस के लिए 660 रुपये, कक्षा 11वीं के लिए 765 रुपये व 12वीं के लिए 895 रुपये दिये जायेंगे़ अगले सत्र के लिए किताब कि राशि इस वर्ष ही एसएमसी को दे दी जायेगी, जिससे कि छात्राओं को समय पर किताब मिल जाये.

Next Article

Exit mobile version