उपायुक्त से मिले पंचायत प्रतिनिधि

मांडऱ: वित्तीय वर्ष 2013-14 में मांडर व मलती पंचायत को मनरेगा के कार्यों से वंचित रखने का विरोध शुरू हो गया है़ शुक्रवार को इस मामले को लेकर मांडर के मुखिया प्रकाश खलखो के नेतृत्व में पंचायत प्रतिनिधियों का एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त से मिला और ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में वार्षिक कार्य योजना में मांडर पंचायत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 8, 2013 7:12 AM

मांडऱ: वित्तीय वर्ष 2013-14 में मांडर व मलती पंचायत को मनरेगा के कार्यों से वंचित रखने का विरोध शुरू हो गया है़ शुक्रवार को इस मामले को लेकर मांडर के मुखिया प्रकाश खलखो के नेतृत्व में पंचायत प्रतिनिधियों का एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त से मिला और ज्ञापन सौंपा.

ज्ञापन में वार्षिक कार्य योजना में मांडर पंचायत से मनरेगा के तहत 36 व मलती पंचायत से 47 योजना को प्रखंड में सूचिबद्ध कराये जाने के बाद भी जिला से एक भी योजना की स्वीकृति नहीं दिलाये जाने को साजिश करार दिया गया है. ज्ञापन में कहा गया है कि उन्होंने पांच माह पूर्व प्रखंड के एक मनरेगाकर्मी के खिलाफ उप विकास आयुक्त के समक्ष लिखित शिकायत दर्ज करायी थी, जिसका खामियाजा उन्हे भुगतना पड़ रहा है़.

ज्ञापन में मामले की जांच कराने व मांडर व मलती पंचायत को शीघ्र मनरेगा का कार्य आवंटित कराने की मांग की गयी है. प्रतिनिधिमंडल में मलती पंचायत की मुखिया प्रेमा उराइन, पंसस असलम अंसारी सहित अन्य शामिल थे. ज्ञात हो कि मांडर प्रखंड में वित्तीय वर्ष 2013-14 के लिए मनरेगा के कार्य की जिला से स्वीकृत सूची में मांडर व मलती पंचायत की एक भी योजना शामिल नही है.

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