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राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आड्रे हाउस में आर्ट गैलरी का किया उद्धाटन

रांची : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी रांची स्थित आड्रे हाऊस पहुंचे हैं यहां राष्ट्रपति ने आर्ट गैलरी का उद्धाटन किया व तकनीकी विवि की अाधारशिला रखी. इससे पहले हजारीबाग में दीक्षात समारोह में भाग लेने के बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी रांची पहुंचे. राष्ट्रपति को राजभवन ले जाया गया. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी दो दिवसीय दौरे पर 1.45 […]

रांची : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी रांची स्थित आड्रे हाऊस पहुंचे हैं यहां राष्ट्रपति ने आर्ट गैलरी का उद्धाटन किया व तकनीकी विवि की अाधारशिला रखी. इससे पहले हजारीबाग में दीक्षात समारोह में भाग लेने के बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी रांची पहुंचे. राष्ट्रपति को राजभवन ले जाया गया. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी दो दिवसीय दौरे पर 1.45 बजे वे एयरफोर्स के विमान से रांची पहुंचे है. आगवानी राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने की. वहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
उसके बाद राष्ट्रपति हेलिकॉप्टर से हजारीबाग रवाना हुए. यहां उन्होंने दीक्षांत समारोह में भाग लिया और छात्रों को सम्मानित किया. . विनोबा भावे विश्वविद्यालय का सातवां दीक्षांत समारोह में 5235 विद्यार्थियों को डिग्री मिली. पूर्व केंद्रीय वित्त व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा को डिलिट की मानद उपाधि राष्ट्रपति के हाथों प्रदान की गयी. 74 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल, 53 विद्यार्थियों को पीएचडी डिग्री, 1539 को पीजी और 3643 को स्नातक की डिग्री मिली.
विनोबा भावे विश्वविद्यालय परिसर के भव्य पंडाल में एकेडमिक प्रोसेशन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, राज्यपाल द्रोपदी मुमरू, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा, झारखंड शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव, कुलपति प्रो गुरदीप सिंह, प्रतिकुलपति प्रो एमपी सिन्हा, सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, एकेडमिक काउंसिल सदस्य, सिंडिकेट और सीनेट सदस्य शामिल हुए. शोभायात्रा की अगुवाई कुलसचिव प्रो एसके सिन्हा ने किया. मंच संचालन डॉ अभय कुमार सिन्हा ने किया. विश्वविद्यालय की ओर से राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी समेत सभी अतिथियों को प्रतीक चिह्न् व शॉल भेंट किया गया.
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने दीक्षांत अभिभाषण में कहा कि 21वीं सदी में विनोबा भावे विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में पावर बनकर उभर रहा है. शिक्षा क्रांति में विनोबा भावे विश्वविद्यालय अहम रोल अदा करेगा. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि दुनिया के टॉप 200 विश्वविद्यालयों में भारत का कोई विश्वविद्यालय नहीं है. देश के लगभग 300 शैक्षणिक संस्थानों के भ्रमण के दौरान मैंने यह अनुभव किया. उन्होंने यह भी याद दिलाया कि भारत के विद्यार्थियों व शिक्षाविदों में योग्यता एवं दक्षता की कमी नहीं है. यहीं की शिक्षा से डॉ सीबी रमन, डॉ हरगोविंद खुराना व चंद्रशेखर राव जैसे कई लोगों ने नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया. वर्तमान समय में देश के दो शैक्षणिक संस्थान साइंस एंड रिसर्च इंस्टीटय़ूट बैंगलुरु और आइआइटी दिल्ली रेटिंग में आगे है. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ाने में दोनों संस्थान काफी सफल है. भारत नाभकीय क्षमता और अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. यह विश्वविद्यालय स्तर पर उच्च शिक्षा से संभव हो रहा है.
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राष्ट्रपति ने कहा कि विश्वविद्यालयों को ज्ञान और कौशल के लिए जाना जाता है. शिक्षक लर्निग टूल बनायें. जिसका फायदा विद्यार्थियों को मिले. स्थानीय स्तर पर आविष्कार को प्रोत्साहन दें. इसका भी फायदा आम आवाम एवं विद्यार्थियों को मिलेगा. राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों से कहा कि डिग्री लेने के बाद कई चुनौतियां हैं. आप हतोत्साहित न हो. आप ज्ञान एवं तकनीकी ज्ञान की जानकारी रखें. आप जरूर आगे बढ़ेंगे. पीछे मुड़कर नहीं देखें. आप लक्ष्य बनाकर अपना मंजिल तय करें. विद्यार्थी मां, बाप और आचार्य को कभी नहीं भूलें. ये तीनों लोग भगवान हैं.
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत पुराने समय से ही पढ़ाई और शोध के लिए जाना जाता है. अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विश्वविद्यालय नालंदा, विक्रम शीला, तक्ष शीला, उदंतपुरी जैसे शैक्षणिक संस्थान थे. यह संस्थान एवं यहां के शिक्षक विश्व स्तर पर जाने जाते थे. नालंदा विश्वविद्यालय के खत्म होने से यहां का शैक्षणिक स्तर पर काफी गिरावट आया.
राष्ट्रपति ने कहा कि झारखंड कई ऐतिहासिक घटनाओं के लिए जाना जाता है. झारखंड ज्ञान की भूमि, कला की भूमि, संस्कृति की भूमि और क्रांति की भूमि है. झारखंड की भूमि त्याग व शोषण के खिलाफ आंदोलन का रहा है. सिद्धू कान्हू, बिरसा मुंडा, तिलका मांझी ने शोषण के खिलाफ आंदोलन किया. आज उसका फल झारखंड वासियों को मिल रहा है. झारखंड खनिज संपदा के लिए जाना जाता है. यहां 34 प्रतिशत कोयला है. 24 प्रतिशत आयरन है. इसके अलावे यूरेनियम, अभरख, बॉक साइड है. झारखंड राज्य धनी है. झारखंड के औद्योगिक विकास में देश में अहम रोल है. विद्यार्थी नये शोध कार्य कर इन संसाधनों का उपयोग कर देश का औद्योगिक विकास करें.
राष्ट्रपति ने कहा कि विनोबा भावे विश्वविद्यालय का नामकरण आचार्य विनोबा भावे के नाम पर है. विनोबा गांधी जी के अनुआयी थे. अहिंसा पर विश्वास कर भूदान का क्रांतिकारी कदम उठाया. मैं संत विनोबा को नमन करता हूं. यह विश्वविद्यालय कम समय में जो विकास किया है. वह काफी प्रशंसनीय है. इस विश्वविद्यालय से मेरा गहरा संबंध है.
विनोबा भावे का दीक्षांत समारोह यादगार क्षण : द्रोपदी मुरमू
हजारीबाग. राज्यपाल द्रोपदी मुरमू ने कहाइ कि झारखंड उच्च शिक्षा के विकास में काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है. झारखंड के शैक्षणिक विकास में विनोबा भावे विश्वविद्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका है. विभावि का यह दीक्षांत समारोह एक यादगार क्षण है. विनोबा भावे विश्वविद्यालय की स्थापना 1992 में हुई. स्थापना के बाद से ही विभावि विकास की गति पर है. उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भारत के समक्ष बहुत से चैलेंज है. विश्व की प्रतिस्पर्धा में विद्यार्थियों की भूमिका अहम है. मैंने गुणवत्तपूर्ण शिक्षा पर बहुत जोर दी हूं. ताकि विद्यार्थी देश के लिए तैयार हो सके. इन्होंने दीक्षांत समारोह में उपाधि पानेवाले विद्यार्थियों को बधाई दिया.
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विश्वविद्यालय के विकास में पूरा सहयोग : जयंत सिन्हा
हजारीबाग. केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि सभी की नैतिक जिम्मेवारी व राजधर्म है कि हम सभी देश के लिए काम करें. विनोबा भावे विश्वविद्यालय आधुनिक संसाधनों के साथ आगे बढ़ रही है. विश्वविद्यालय के विकास के लिए पूरा सहयोग करूंगा. श्री सिन्हा ने कहा कि पहले हमारे देश में सुल्तान, उस्ताद की शिक्षा पद्धति प्रचलित थी. बाद में माय बाप सरकार की पद्धति विकसित हुई. आधुनिक शिक्षा के क्षेत्र में विश्वविद्यालय के माध्यम से कला, साहित्य, ज्ञान, विज्ञान, प्रबंधन विधि, स्वास्थ्य के क्षेत्र में समेकित शिक्षा की प्रगति हो रही है.
गौरवान्वित महसूस कर रही हूं : डॉ नीरा यादव
हजारीबाग. झारखंड सरकार मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ नीरा यादव ने कहा कि विनोबा भावे विश्वविद्यालय के विकास के लिए हमेशा आगे रहूंगी. मुङो इसी विश्वविद्यालय से पीएचइडी की उपाधि प्रणव मुखर्जी के हाथों मिली है. सातवें दीक्षांत समारोह के मंच पर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के साथ उपस्थित होकर काफी गौरवान्वित महसूस कर रही हूं.
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पूर्वी क्षेत्र में विभावि पहला विश्वविद्यालय सीबीसीएस सिस्टम लागू करनेवाला : प्रो गुरदीप सिंह
हजारीबाग. विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो गुरदीप सिंह ने कहा कि पूर्वी क्षेत्र में विनोबा भावे विश्वविद्यालय पहला विश्वविद्यालय जिसने सीबीसीएस सिस्टम सबसे पहले प्रारंभ किया. ऑन लाइन सिस्टम से विश्वविद्यालय में काम हो रहा है. 20 से 22 दिन में विश्वविद्यालय का रिजल्ट प्रकाशित कर सत्र नियमित है. विश्वविद्यालय को नैक से मूल्यांकन फरवरी माह में कराया जायेगा. यह विश्वविद्यालय के लिए मील का पत्थर साबित होगा. कुलपति ने कहा कि 2036 शिक्षकों की जगह 631 शिक्षकों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा विद्यार्थियों को दिलाने के लिए शिक्षक क्लब बनाकर अध्ययन का कार्य कराया जा रहा है. विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज को एआइसीटीइ से मान्यता मिली है.
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दीक्षांत समारोह में भाग लेकर राष्ट्रपति शाम में रांची लौट कर राजभवन पहुंचे. शाम 6.30 बजे आड्रे हाउस में आर्ट गैलरी का उदघाटन किया . वे वीडियाे कान्फ्रेंसिंग के जरिये झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी की अाधारशिला रखेंगे. रात्रि विश्राम राजभवन में करेंगे. 10 जनवरी काे निखिल भारत बंग साहित्य सम्मेलन के वार्षिक समारोह का उदघाटन करेंगे. फिर बीआइटी मेसरा के डायमंड जुबली दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगे. रविवार को दाेपहर बाद राष्ट्रपति दिल्ली लाैट जायेंगे. राष्ट्रपति के दाैरे काे लेकर व्यापक तैयारी की गयी है.
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राष्ट्रपति के कार्यक्रम
9 जनवरी
2.00 बजे : रांची एयरपोर्ट से हजारीबाग के लिए रवाना होंगे
2.20 बजे : हजारीबाग पहुंचेंगे, विनोबाभावे विवि के लिए रवाना होंगे
3 बजे : दीक्षांत समारोह में भाग लेंगे
4.20 बजे : हजारीबाग से रांची के लिए रवाना होंगे
5.00 बजे : रांची लौटेंगे
5.30 बजे : राजभवन पहुंचेंगे.6.30 बजे: आड्रे हाउस में आर्ट गैलरी का उदघाटन करेंगे
6.45 बजे : वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये झारखंड तकनीकी विवि की अाधारशिला रखेंगे
रात्रि विश्राम राजभवन में करेंगे
10 जनवरी
10.15 बजे : राजभवन से होटवार स्थित खेलगांव के लिए रवाना होंगे
10.30 बजे : निखिल भारत बंग साहित्य सम्मेलन के वार्षिक समारोह का उदघाटन करेंगे
11.35 बजे : खेलगांव से बीआइटी मेसरा के लिए रवाना होंगे
12.00 बजे : बीआइटी मेसरा के डायमंड जुबली दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगे.
2.15 बजे : बीआइटी मेसरा से रांची एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे
3.00 बजे : बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचेंगे
3.10 बजे: दिल्ली के लिए रवाना होंगे

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