रांची: स्वास्थ्य विभाग में जिला स्तरीय दो नियुक्तियां संदिग्ध घोषित कर दी गयी है. निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य डॉ प्रवीण चंद्र ने इसे संदिग्ध कहा है. लातेहार (बालूमाथ) में बतौर प्रयोगशाला प्रावैधिक रहे संजीव कुमार सिंह तथा स्वास्थ्य प्रशिक्षक रहे राजीव कुमार को नोटिस के जरिये कहा गया है कि वे अगले 15 दिनों के अंदर अपना पक्ष रखें, अन्यथा उनकी नियुक्ति रद्द कर दी जायेगी. संजीव व राजीव दोनों पांच नवंबर 2011 से ही अनुपस्थित हैं. इसे लेकर इनके विरुद्ध एक अगस्त 2015 को बालूमाथ थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है.
विभाग की विभिन्न नियुक्तियों पर पहले से सवाल उठते रहे हैं. इनमें आउट सोर्सिंग (बाहरी स्रोत) से पीएमसीएच, धनबाद व एमजीएम, जमशेदपुर में अधिक लोगों की नियुक्ति का मामला, विभाग के नियमित चिकित्सकों की सही संख्या का मामला तथा जिलों में तृतीय व चतुर्थ पदों पर संभावित अवैध नियुक्ति-प्रोन्नति का मामला आज तक अनसुलझा है.
पूर्व विभागीय सचिव के विद्यासागर ने 24 जनवरी-2013 को निदेशक प्रमुख व सभी निदेशक (निदेशालय), प्राचार्य (मेडिकल, फार्मेसी व ट्रेनिंग कॉलेज व अन्य संस्थान), अधीक्षक व उपाधीक्षक (सदर, अनुमंडल व रेफरल अस्पताल), सभी सिविल सर्जन तथा कुष्ठ, मलेरिया, यक्ष्मा, फाइलेरिया पदाधिकारियों को चिट्ठी लिख कर नियुक्ति संबंधी जांच रिपोर्ट देने को कहा था, पर विभागीय सूत्रों के अनुसार ज्यादातर रिपोर्ट आज तक नहीं मिली.
जिला स्तरीय नियुक्ति में विभाग का शक
बगैर विज्ञापन, पद व आरक्षण-रोस्टर पालन के हुई नियुक्ति
विधानसभा आश्वासन, समायोजन व अनुकंपा के नाम पर बहाली
फरजी पत्र तथा जाली शैक्षणिक-जाति प्रमाण पत्र का हुआ इस्तेमाल
कालांतर में हटा दिये गये कर्मी सेवा में बने हुए हैं