वोकेशनल के टॉपरों को भी मिलेगा गोल्ड मेडल

रांची विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह 20 जनवरी को राज्यपाल द्रौपदी मुरमू होंगी मुख्य अतिथि रांची : रांची विवि के दीक्षांत समारोह में इस बार से पीजी वोकेशनल कोर्स के विवि टॉपरों को भी गोल्ड मेडल दिये जायेंगे. सोमवार को रांची विवि परीक्षा बोर्ड ने यह निर्णय लिया है. इससे पूर्व एनएसयूआइ के सदस्यों ने वोकेशनल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2016 5:41 AM
रांची विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह 20 जनवरी को
राज्यपाल द्रौपदी मुरमू होंगी मुख्य अतिथि
रांची : रांची विवि के दीक्षांत समारोह में इस बार से पीजी वोकेशनल कोर्स के विवि टॉपरों को भी गोल्ड मेडल दिये जायेंगे. सोमवार को रांची विवि परीक्षा बोर्ड ने यह निर्णय लिया है. इससे पूर्व एनएसयूआइ के सदस्यों ने वोकेशनल कोर्स के विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल प्रदान करने के लिए कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय को दिन में ज्ञापन भी सौंपा था. विवि में 29वां दीक्षांत समारोह 20 जनवरी 2016 को होगा.
इसमें मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुरमू शामिल होंगी. सोमवार को राजभवन से विवि को इस संदर्भ में स्वीकृति पत्र मिल गया. इस समारोह में मुख्यमंत्री रघुवर दास, शिक्षा मंत्री नीरा यादव, उच्च व तकनीकी शिक्षा सचिव अजय कुमार सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे.
विवि में पीजी वोकेशनल कोर्स के रूप में एमसीए, एमबीए, बायोटेक्नोलॉजी, मेडिसिनल प्लांट, एलएलएम, एमएससी इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्यूनिकेशन, एमए इन रूरल डेवलपमेंट, एमए इन मास कम्यूनिकेशन आदि विषयों की पढ़ाई होती है. इधर विवि में पीएचडी रजिस्ट्रेशन प्रवेश परीक्षा के लिए अभी भी कई उम्मीदवार आवेदन जमा करने से वंचित रह गये हैं. विवि द्वारा छात्र हित में एक बार फिर आवेदन जमा करने की तिथि बढ़ाये जाने की संभावना है. बैठक में सभी सदस्य उपस्थित थे.
मृतक के आश्रित को पांच वर्ष के अंदर योग्यता दर्शानी होगी
रांची विवि में अब नये नियम के अनुसार कार्यरत विवि कर्मी की मृत्यु होने के पांच वर्ष के अंदर उनके आश्रित अगर निर्धारित योग्यता पूरी कर लेते हैं, तो उनकी नियुक्ति पर विचार किया जायेगा. तृतीय वर्ग के लिए कम से कम स्नातक अौर चतुर्थ वर्ग के लिए कम से कम मैट्रिक उत्तीर्ण होना आवश्यक है. सोमवार को कुलपति की अध्यक्षता में अनुकंपा समिति की बैठक में कुल 37 मामले आये. निर्धारित योग्यता व कागजात सही रहने के कारण सिर्फ 12 आश्रितों की नियुक्ति पर विचार किया गया. अन्य पर बाद में नियमानुसार कार्रवाई होगी.
जिन आश्रितों की योग्यता पूरी नहीं हो रही थी, उन्हें पांच वर्ष के अंदर योग्यता पूरी करने के लिए कहा गया. इसके बाद उन आश्रितों के आवेदन पर विचार नहीं किया जायेगा. सोमवार की बैठक में जिन आश्रितों की अनुशंसा की गयी है. उनमें लक्ष्मण गोप, सुमी लिंडा, संदीप लकड़ा, प्रीता सेन, गुंजन कुमार, शिल्पा राज, जितेंद्र कुमार, हरिनारायण मेहता, सना अफरीन, भरत तिर्की, सुशील कुमार ठाकुर व कुमार अभिनव शामिल हैं.

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