दंगा रोकने में नहीं हुई निष्पक्ष कार्रवाई

छड़वा डैम की घटना के बाद आइजी ने दी रिपोर्ट सुरजीत सिंह रांची : हजारीबाग में पिछले साल निष्पक्ष कार्रवाई नहीं होने से सांप्रदायिक घटनाएं हुई थी. 24 अक्तूबर 2015 को छड़वा डैम मेला में सांप्रदायिक घटना के बाद बोकारो जोन के आइजी ने जिले में हुई सांप्रदायिक घटनाओं की समीक्षा की. उन्हाेंने इससे संबंधित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2016 6:00 AM
छड़वा डैम की घटना के बाद आइजी ने दी रिपोर्ट
सुरजीत सिंह
रांची : हजारीबाग में पिछले साल निष्पक्ष कार्रवाई नहीं होने से सांप्रदायिक घटनाएं हुई थी. 24 अक्तूबर 2015 को छड़वा डैम मेला में सांप्रदायिक घटना के बाद बोकारो जोन के आइजी ने जिले में हुई सांप्रदायिक घटनाओं की समीक्षा की. उन्हाेंने इससे संबंधित रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेजी है.
रिपोर्ट में आइजी ने कहा है कि 30 अपैल से 25 अक्तूबर तक हजारीबाग में सांप्रदायिक हिंसा की आठ घटनाएं हुईं. छह माह में हुई इन घटनाओं से ऐसा प्रतीत होता है कि शुरू में घटनाओं पर रोक लगाने का प्रयास नहीं किया गया. इसके चलते 24 अक्तूबर 2015 को छड़वा डैम मेला में सांप्रदायिक घटना का विकराल और वीभत्स रूप दिखा. इस घटना में जानमाल की क्षति हुई.
आइजी की रिपोर्ट में कहा गया है कि छड़वा डैम की घटना से पहले हजारीबाग में हुई घटनाओं को लेकर दर्ज 10 प्राथमिकी में से सिर्फ दो घटनाआें का सुपरविजन किया गया. दोनों घटनाआें में रिपोर्ट-दो जारी किया गया. समीक्षा में यह बात भी सामने आयी है कि 30 अगस्त 2015 को हुई घटना को लेकर सदर थाना में दो प्राथमिकी 1027/ 2015 और 1028/2015 दर्ज की गयी थी.
अक्तूबर तक कांड संख्या-1027/ 2015 का सुपरविजन किया गया, लेकिन कांड संख्या- 1028/ 2015 का सुपरविजन नहीं किया गया. न ही रिपोर्ट-दो जारी किया गया. आइजी की रिपोर्ट के अनुसार, समीक्षा में यह बात सामने आयी कि हजारीबाग पुलिस द्वारा सांप्रदायिक घटनाओं को रोकने के लिए निष्पक्षता से प्रयास नहीं किया गया.

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