प्री मैट्रिक में छात्रवृत्ति का मामला, 4000 आवेदनों की हुई है जांच, फर्जी 713 आवेदन रद्द होंगे

रांची: प्री-मैट्रिक में छात्रवृत्ति के लिए आये आवेदनों में 713 आवेदन रद्द होंगे. ये सभी आवेदन फर्जी हैं. इसका खुलासा जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा आवेदनों की जांच में हुआ है. अब तक चार हजार आवेदनों की जांच की गयी है. पहले चरण में 250 आवेदन फर्जी मिले हैं. इन विद्यार्थियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2016 12:57 AM
रांची: प्री-मैट्रिक में छात्रवृत्ति के लिए आये आवेदनों में 713 आवेदन रद्द होंगे. ये सभी आवेदन फर्जी हैं. इसका खुलासा जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा आवेदनों की जांच में हुआ है. अब तक चार हजार आवेदनों की जांच की गयी है. पहले चरण में 250 आवेदन फर्जी मिले हैं. इन विद्यार्थियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है. वहीं दूसरे चरण में 463 आवेदन फर्जी पाये गये हैं. इन विद्यार्थियों से भी स्पष्टीकरण मांगा जायेगा. इन सभी आवेदनों में केवल आय प्रमाणपत्र फर्जी पाये गये हैं.
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा: अावेदनों के साथ आय प्रमाण पत्र भी जमा किया जाता है. इसमें एक निबंधन संख्या होता है. इस संख्या को दूसरे के नाम पर एलॉट कर आवेदन भर दिया गया है. यह तब पकड़ में आया, जब सभी आवेदनों को एनआइसी में वैरीफाई के लिए भेजा गया.
आवेदन भरने की तिथि बढ़ी: प्री-मैट्रिक में छात्रवृति के लिए आवेदन जमा करने की तिथि बढ़ाकर 16 जनवरी कर दी गयी है. पूर्व में जमा करने की अंतिम तिथि 31 अक्तूबर निर्धारित थी.
छात्रवृत्ति फीस के आधार पर तय होती है: यह छात्रवृति एससी, एसटी व बीसी के विद्यार्थियों को दी जाती है. इसमें अधिकतम 50 हजार रुपये दी जाती है. छात्रवृत्ति की राशि स्कूल की फीस के आधार पर तय होती है.
वैरीफिकेशन के दौरान फर्जी आय प्रमाणपत्र का मामला सामने आया है. इसकी सूची तैयार की जा रही है. सूची को उपायुक्त को भेज दी जायेगी. उनके आदेश के बाद ही अग्रेतर कार्रवाई होगी.
अराधना कुमारी, जिला कल्याण पदाधिकारी रांची

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