होटल में रुकनेवाले का ब्योरा ऑनलाइन

रांची: जनवरी से राज्य के होटलों में ठहरनेवालों का ब्योरा ऑनलाइन हो जायेगा. पुलिस को भी ऑनलाइन इसकी जानकारी मिलेगी. इससे पुलिस को मदद मिलेगी. आर्थिक मंदी के बावजूद दूसरे राज्यों के मुकाबले वाणिज्य कर का ग्रोथ अधिक है. मार्च से चिरकुंडा चेकपोस्ट शुरू होने की उम्मीद है. वाणिज्यकर सचिव एमआर मीणा के अनुसार टैक्स […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2013 7:19 AM

रांची: जनवरी से राज्य के होटलों में ठहरनेवालों का ब्योरा ऑनलाइन हो जायेगा. पुलिस को भी ऑनलाइन इसकी जानकारी मिलेगी. इससे पुलिस को मदद मिलेगी. आर्थिक मंदी के बावजूद दूसरे राज्यों के मुकाबले वाणिज्य कर का ग्रोथ अधिक है. मार्च से चिरकुंडा चेकपोस्ट शुरू होने की उम्मीद है.

वाणिज्यकर सचिव एमआर मीणा के अनुसार टैक्स चोरी रोकने और अधिक राजस्व के लिए तकनीक का सहारा लिया जा रहा है. जनवरी से होटल में रहनेवालों का ब्योरा ऑनलाइन हो जायेगा. पुलिस को भी इसका पास वर्ड दिया जायेगा,ताकि सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से उन्हें भी होटल में ठहरनेवालों की पूरी जानकारी मिल सके. इससे होटलों से मिलनेवाले राजस्व में भी वृद्धि का अनुमान है. राजस्व बढ़ाने के उद्देश्य से वाणिज्यकर विभाग ने छह चेक पोस्ट की योजना शुरू की है. इसके तहत चिरकुंडा, चौपारण, बहरागोड़ा, पलामू, गुमला और कोडरमा में चेक पोस्ट लगाया जा रहा है.

यह चेक पोस्ट परिवहन विभाग के चेक पोस्ट से अलग है. वाणिज्यकर विभाग के अनुरोध परभवन निर्माण विभाग ने चेक पोस्ट के लिए भवन, पथ निर्माण से सड़क आदि बनाने का काम किया जा रहा है. विभाग ने अपने स्तर के कंप्यूटराइजेशन शुरू किया है. इन चेक पोस्टों पर नंबरों की पहचान करनेवाले कैमरे सहित अन्य उपकरण लगाया जा रहा है. इससे एक ही चालान पर कई बार सामान की ढुलाई करनेवाले पकड़ में आयेंगे. विभाग की कोशिश है कि इन चेक पोस्टों पर मैन पावर का इस्तेमाल कम से कम किया जाये. कैमरा आदि लगाने के लिए टेंडर के माध्यम से तकनीकी सहयोग के लिए विप्रो को चुना गया है.

फिलहाल चिरकुंडा, बहरागोड़ा और चौपारण चेक पोस्ट का काम तेजी से चल रहा है. मार्च 2014 से चिरकुंडा चेक पोस्ट शुरू होने की संभावना है. श्री मीणा ने बताया कि आर्थिक मंदी के बावजूद वाणिज्यकर का ग्रोथ दूसरे राज्यों से ज्यादा है. उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र आदि राज्यों में ग्रोथ रेट कम है. झारखंड (16.6}) के मुकाबले सिर्फ प बंगाल(20.7}़) का ग्रोथ रेट अधिक है. इसकी वजह पिछले दिनों पश्चिम बंगाल द्वारा टैक्स दर पुनरीक्षित करना है. झारखंड में इस वर्ष नवंबर तक 3881 करोड़ रुपये की वसूली हुई है जो पिछले साल के मुकाबले 500 करोड़ रुपये अधिक है.

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