रांची: भाजपा रांची महानगर में संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है. पर यहां के आधा दर्जन से अधिक मंडलों में विवाद है. इसकी शिकायत प्रदेश नेतृत्व की ओर से गठित कमेटी के पास पहुंच चुकी है. चुनाव में धांधली के आरोप लगे हैं. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि महानगर ने जिसे चाहा, उसे मंडल का सर्टिफिकेट प्रदान कर दिया.
आधा दर्जन से अधिक मंडलों में सर्वसम्मति नहीं बन पायी. रायशुमारी के बाद भी कोई हल नहीं निकला. अंत में मंडल प्रभारी ने अपने चहेते उम्मीदवार को सर्टिफिकेट प्रदान कर दिया. कई मंडलों में बात मारपीट तक पहुंच गयी थी. विवाद का यह आलम है कि कई पर्यवेक्षक बैठक कर मंडल अध्यक्ष का सर्टिफिकेट प्रदान कर दे रहे हैं, तो कई जिला प्रभारी अपने घर से मंडल अध्यक्ष का सर्टिफिकेट दे रहे हैं. हिनू मंडल में तो 24 घंटे के अंदर दो अध्यक्ष चुन लिये गये.
विवाद निबटार को लेकर प्रदेश नेतृत्व की ओर से कमेटी बनायी गयी है. इसमें सूर्यमणि सिंह, उमाशंकर केडिया और मो कमाल खां को शामिल किया गया है. प्रत्येक दिन इनके पास कार्यकर्ता शिकायत लेकर कर पहुंच रहे हैं. भाजपा रांची जिला ग्रामीण के चुनाव में भी धांधली बरतने के आरोप लग रहे हैं. मेसरा, कांके और पिठौरिया में हुए मंडल अध्यक्ष चुनाव की शिकायत कमेटी से की गयी है.
रांची महानगर के सात मंडलों में है विवाद
भाजपा रांची महानगर में 17 मंडल बनाये गये हैं. इसमें चार नये मंडल भी शामिल हैं. अब तक सात मंडल के चुनाव का विवाद कमेटी के पास पहुंचा है. इसमें हटिया, धुर्वा, अपर बाजार, लालपुर, हिंदपीढ़ी, हिनू और हरमू मंडल शामिल है.
…और भगवदगीता लेकर पहुंच गये कमेटी के पास
विवाद निबटारा समिति सदस्य उस समय हतप्रभ रह गयी, जब हटिया मंडल का एक कार्यकर्ता भगवदगीता लेकर कमेटी के पास पहुंच गया. उसने मंडल अध्यक्ष के तौर पर त्रिपुरारी शर्मा का विराेध किया. उन्हाेंने कहा कि मंडल में चुनाव नहीं हुआ है, मैं भगवदगीता पर हाथ रख कर शपथ लेता हूं. इस दौरान मंडल प्रभारी भी मौजूद थे. कार्यकर्ता ने उन्हें शपथ लेने को कहा. विवाद बढ़ता देख मंडल प्रभारी वहां से चले गये. वहीं एक कार्यकर्ता ने कहा कि हम गाय को माता मानते हैं. ऐसे में जिला प्रभारी गाय की पूंछ पकड़ कर शपथ लें कि उन्होंने सर्वसम्मति से मंडल अध्यक्ष को चुना है.