कार्रवाई: संदिग्ध आतंकी अब्दुल की गिरफ्तारी पर बोले पिता, दिल्ली में जमात में जाने को कह घर से गया था अब्दुल
जमशेदपुर: हरियाणा के मेवात में अलकायदा का गिरफ्तार आतंकी अब्दुल सामी जमशेदपुर स्थित धातकीडीह के एके रेसीडेंसी के फ्लैट संख्या तीन में रहता है. 12 दिन पूर्व अब्दुल सामी चार माह की जमात पर जाने की बात कह घर से निकला था. पिता हाजी अब्दुल सत्तार ने बताया कि सामी यह कह कर निकला था […]
जमशेदपुर: हरियाणा के मेवात में अलकायदा का गिरफ्तार आतंकी अब्दुल सामी जमशेदपुर स्थित धातकीडीह के एके रेसीडेंसी के फ्लैट संख्या तीन में रहता है. 12 दिन पूर्व अब्दुल सामी चार माह की जमात पर जाने की बात कह घर से निकला था. पिता हाजी अब्दुल सत्तार ने बताया कि सामी यह कह कर निकला था कि वह दिल्ली में जमात पर जा रहा है. हरियाणा में अब्दुल सामी के पकड़े जाने की सूचना उसके पिता को सोमवार को दिन के 3.30 बजे मिली. हरियाणा से एक वकील ने उसके पिता के मोबाइल फोन पर कॉल किया और कहा कि वह अब्दुल सामी का वकील बोल रहा है.
हरियाणा पुलिस ने अब्दुल को आतंकी गतिविधियों से जुड़े रहने के मामले में गिरफ्तार किया है. वह हरियाणा आकर उनसे मिले. घटना के बाद धातकीडीह फ्लैट के बाहर प्रभात खबर से बातचीत के दौरान अब्दुल सामी के पिता अब्दुल सत्तार ने कहा कि वकील के फोन पर उन्हें विश्वास नहीं हुआ. उन्होंने अपने बेटों तथा अन्य रिश्तेदारों से संपर्क कर घटना की जानकारी दी. बाद में टीवी चैनल पर उन्होंने बेटे की तसवीर देखी. वह हतप्रभ हैं कि उनका बेटा हरियाणा कैसे पहुंचा? अब्दुल सत्तार ने बताया कि फोन पर अब्दुल सामी की गिरफ्तारी की सूचना देनेवाले वकील ने उन्हें बताया कि कुछ दिनों पूर्व कटक में आतंकी पकड़ा गया था. उस आतंकी ने अब्दुल सामी का नाम लिया, जिसके आधार पर पुलिस ने उसे मसजिद से गिरफ्तार किया है. फोन करने वाले ने उन्हें हरियाणा बुलाया, लेकिन वह नहीं जायेंगे.
करीम सिटी का था छात्र
अब्दुल सत्तार ने बताया कि वह साकची कोर्ट रोड में पैदा हुए. वह टाटा स्टील में मोबाइल क्रेन ऑपरेटर का काम करते थे. टाटा स्टील में नौकरी के दौरान वह साकची अल्पत रोड में रहते थे. सेवानिवृत्ति के बाद वह इधर-उधर भाड़े के मकान में रहने लगे. दो वर्ष पूर्व उन्होंने धातकीडीह एके रेसीडेंसी में भाड़े में फ्लैट लिया. उन्होंने बताया कि उनके चार बेटे हैं. अब्दुल सामी तीसरे नंबर का है. अब्दुल को छोड़ सभी की शादी हो चुकी है. अब्दुल बेरोजगार है. अब्दुल सामी ने साकची एडीएल से मैट्रिक के बाद करीम सिटी कॉलेज से प्लस टू की पढ़ाई की. पिछले पांच वर्ष से उसका धर्म की तरफ झुकाव बढ़ा था. वह अक्सर जमात में जाया करता था.
कभी विदेश नहीं गया सामी : अब्दुल सत्तार
अब्दुल सत्तार ने बताया कि उनके बेटे के पास पासपोर्ट है या नहीं, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है, लेकिन वह कभी भी पाकिस्तान या विदेश नहीं गया है. टीवी चैनल में जो भी दिखाया जा रहा है वह गलत है. उसने कहीं ट्रेनिंग नहीं ली. वह अधिकांश समय घर पर ही रहता था.
आसपास के लोग थे हतप्रभ
अब्दुल समी के हरियाणा में आतंकी संगठन से जुड़े रहने की सूचना शाम सात बजे तक धातकीडीह में किसी को नहीं थी. बाद में पत्रकारों के धातकीडीह एके रेसीडेंसी पहुंचने के बाद अब्दुल समी के पकड़े जाने की बात का पता चला. यह खबर आग की तरह पूरे इलाके में फैल गयी. देखते-देखते लोगों की भीड़ जुट गयी. सभी के मुंह से एक ही बात निकल रही थी कि अब्दुल समी ऐसा नहीं कर सकता है.