सेवानिवृत्त सहायक उत्पाद आयुक्त की होगी गिरफ्तारी
रांची: सहायक उत्त्पाद आयुक्त के पद से सेवानिवृत्त बिहारी लाल मंडल पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप जांच में सही पाया गया है. इसके बाद एसीबी चीफ आइजी मुरारी लाल मीणा ने उनकी गिरफ्तारी का आदेश केस के अनुसंधानक को दिया है. प्रारंभिक जांच में एसीबी के अधिकारियों को बिहारी लाल मंडल […]
रांची: सहायक उत्त्पाद आयुक्त के पद से सेवानिवृत्त बिहारी लाल मंडल पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप जांच में सही पाया गया है. इसके बाद एसीबी चीफ आइजी मुरारी लाल मीणा ने उनकी गिरफ्तारी का आदेश केस के अनुसंधानक को दिया है. प्रारंभिक जांच में एसीबी के अधिकारियों को बिहारी लाल मंडल के आय से एक करोड़ से अधिक रुपये की संपत्ति अर्जित करने की जानकारी मिली है.
जमशेदपुर के एक बैंक में बिहारी लाल मंडल के लॉकर होने की जानकारी मिली थी. बिहारी लाल मंडल से इसे अपना लॉकर बताने से इंकार कर दिया था. बाद में लॉकर के संबंध में बिहारी लाल मंडल ने बताया कि इसकी चाबी खो गयी है, लेकिन एसीबी के अधिकारियों को यह जानकारी मिली है कि बिहारी लाल मंडल ने अपने लॉकर से सामान निकाल लिया है. एसीबी की ओर से संबंधित बैंक से वीडियो फुटेज की मांग भी की गयी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि बैंक को किसी प्रकार के ट्रांजेक्श पर रोक लगाने से संबंधित सूचना भेजे जाने के बाद भी बिहारी लाल मंडल ने लॉकर खोल कर सामान निकाल लिये या उन्होंने पहले से सामान निकाल कर एसीबी को गुमराह किया. बिहारी लाल मंडल के नाम पर कुछ संपत्ति का मूल्याकांन किया जाना अभी बाकी है.
उल्लेखनीय है कि पूर्व में एसीबी की टीम ने जमशेदपुर स्थित बिहारी लाल मंडल के आवास में छापेमारी की थी. तब टीम को मकान और जमीन से संबंधित विभिन्न दस्तावेज मिले थे. इसके अलावा 40 लाख रुपये से अधिक के जेवरात, 35 से अधिक पासबुक और सामान बरामद किया गया था. बरामद संपत्ति के संबंध में जांच के दौरान वैध होने से संबंधित कुछ साक्ष्य भी बिहारी मंडल ने एसीबी को उपलब्ध कराये थे, लेकिन अधिकांश संपत्ति के वैध होने के संबंध में वे एसीबी के पास साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सके.