उप निदेशक (स्वास्थ्य) डॉ इंद्र प्रकाश ने क्षेत्रीय निदेशकों को सशक्त बनाने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों को केंद्रीय योजनाअों के साथ समन्वय बनाने की आवश्यकता है. आगंतुकों का स्वागत करते हुए सीआइपी के निदेशक डी राम ने कहा कि मेंटल हेल्थ क्षेत्र में मैनपावर की कमी को दूर करने की बेहद आवश्यकता है. शुक्रवार को वार्षिक कार्ययोजना पर परिचर्चा कर सम्मेलन को अंतिम रूप दिया जायेगा. तकनीकी सत्र को झारखंड स्टेट मिशन निदेशक डॉ आशीष सिंहमार, डॉ वासुदेव दास ने भी संबोधित किया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ राजीव मांझी ने किया.
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सीआइपी: सम्मेलन में डॉ धर्मशत्रु ने कहा, गलत आंकड़े दे रहे हैं कई राज्य
रांची/कांके : भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर महानिदेशक डॉ एनएस धर्मशत्रु ने कहा कि राज्यों द्वारा नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के आधार पर जो आंकड़े दिये जाते हैं, वे विश्वसनीय होते हैं. कई राज्यों ने गलत आंकड़े भेजे हैं. इसलिए वैसे राज्यों से आग्रह है कि वे फिर से आंकड़ों […]
रांची/कांके : भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर महानिदेशक डॉ एनएस धर्मशत्रु ने कहा कि राज्यों द्वारा नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के आधार पर जो आंकड़े दिये जाते हैं, वे विश्वसनीय होते हैं. कई राज्यों ने गलत आंकड़े भेजे हैं. इसलिए वैसे राज्यों से आग्रह है कि वे फिर से आंकड़ों की जांच कर लें. गलत आंकड़ों से योजनाएं प्रभावित हो सकती हैं. राज्यों में जन स्वास्थ्य सेवा को सुदृढ़ किया जाना बहुत जरूरी है. साफ-सफाई, स्वच्छ पेयजल और शौचालय की व्यवस्था से भी स्थिति में बदलाव आयेगा, लेकिन सबसे ज्यादा जरूरत चिकित्सकों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने की है.
डॉ धर्मशत्रु गुरुवार को सीआइपी कांके में भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्रीय निदेशकों (स्वास्थ्य) के दो दिवसीय सम्मेलन का उदघाटन कर रहे थे. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में बहुत कुछ करने की आवश्यकता है. झारखंड में भी बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान देने से जन स्वास्थ्य में सुधार दिखेगा.
उप निदेशक (स्वास्थ्य) डॉ इंद्र प्रकाश ने क्षेत्रीय निदेशकों को सशक्त बनाने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों को केंद्रीय योजनाअों के साथ समन्वय बनाने की आवश्यकता है. आगंतुकों का स्वागत करते हुए सीआइपी के निदेशक डी राम ने कहा कि मेंटल हेल्थ क्षेत्र में मैनपावर की कमी को दूर करने की बेहद आवश्यकता है. शुक्रवार को वार्षिक कार्ययोजना पर परिचर्चा कर सम्मेलन को अंतिम रूप दिया जायेगा. तकनीकी सत्र को झारखंड स्टेट मिशन निदेशक डॉ आशीष सिंहमार, डॉ वासुदेव दास ने भी संबोधित किया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ राजीव मांझी ने किया.
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