कितना सच बोल रहा है शिक्षक गुरवानंद
रांची : विनय महतो की हत्या के मामले में पुलिस ने जिस आर्ट टीचर गुरवानंद को हिरासत में लिया है. उसके बयान ने मामले का सस्पेंस बढ़ा दिया है. पुलिस ने गुरवानंद के कमरे से जो अंडरवियर बरामद किया है, उस पर सीमेन लगा हुआ है. इस बारे में शिक्षक गुरवानंद ने पुलिस को बताया […]
रांची : विनय महतो की हत्या के मामले में पुलिस ने जिस आर्ट टीचर गुरवानंद को हिरासत में लिया है. उसके बयान ने मामले का सस्पेंस बढ़ा दिया है. पुलिस ने गुरवानंद के कमरे से जो अंडरवियर बरामद किया है, उस पर सीमेन लगा हुआ है. इस बारे में शिक्षक गुरवानंद ने पुलिस को बताया है कि वह आर्ट टीचर है.
आर्ट बनाने के दौरान ही यह हो गया था. गुरवानंद ही वह व्यक्ति है, जिसने सबसे पहले विनय महतो को बरामदे पर देखा था. इसके बाद उसने नर्स पुतुल को बुलाया. नर्स के मुताबिक उसने स्कूल के सोफे पर विनय को लिटा कर उसके जख्मों का प्राथमिक उपचार किया था. उस वक्त वह बेहोश था. पुलिस द्वारा तलाशी के क्रम में गुरवानंद के कमरे की दीवार पर फेल-फेल लिखा हुआ कागज चिपका मिला है. इस बारे में गुरवानंद ने पुलिस को बताया है कि वह पिछले कई महीनों से दो प्रोजेक्ट पर काम कर रहा था और हर बार असफल हो जाता था. वह जितनी बार असफल होता था, उतनी बार फेल लिख कर एक कागज दीवार पर चिपका देता था.
शिक्षक पर ही पुलिस को भी शक
पुलिस का शक शिक्षक गुरवानंद पर ही जा रहा है, क्योंकि जिस बच्चे का शव हॉस्टल के पास पड़ा था, उसी के ठीक बगल में ही शिक्षक दुर्वानंद का कमरा है. आखिर विनय कुमार के गिरने की आवाज सिर्फ गुरवानंद ने ही क्यों सुनीं. हॉस्टल के चौथे तल्ले के ऊपर एक कमरा है. जिसमें रमेश, प्रेम, भामसेर, अरशद एवं प्रदीप रहते थे. पुलिस ने उन सभी कमरे की तलाशी ली. लेकिन उनके कमरे से कोई आपत्तिजनक सामान नहीं मिले. पुलिस इन सभी से भी पूछताछ कर रही है.
एक मनोरोग है सेक्सुअल परवर्जन, व्यक्ति को पड़ते हैं दौरे
कई लोग सेक्सुअल परवर्जन की समस्या से जूझते हैं. यह एक प्रकार का मनोरोग है. इसका सही समय पर इलाज नहीं होने पर कई प्रकार की परेशानियां होती हैं. इस प्रकार के केस में पीड़ित व्यक्ति को कुछ समय के लिए दौरा पड़ता है. जिस समय दौरा पड़ता है, उस समय पीड़ित व्यक्ति सही और गलत का आकलन नहीं कर पाता है. इस तरह का मरीज आर्टिस्टिक मोड का होता है. उसमें कुछ ना कुछ अच्छे गुण होते हैं. इस तरह के मरीजों से उनके नजदीक रहनेवाले नाबालिग को ज्यादा परेशानी हो सकती है. दौरा पड़ने के समय वह एकांत में गलत हरकत करने से खुद को नहीं रोक पाता है. आम तौर पर व्यक्ति सेक्सुअल परवर्जन से पीड़ित है कि नहीं, यह देख कर बता पाना संभव नहीं है़ उसके साथ रहनेवाला व्यक्ति ही उसकी बीमारी के बारे में बता सकता है़ यदि समस्या लंबे दिनों से है, तो व्यक्ति कभी-कभी असामान्य सेक्शुअल हरकतें करता है़
डॉ एएन वर्मा, पूर्व मनोवैज्ञानिक, सीआइपी
विनय के साथ जो भी थे सभी से होगी पूछताछ
रांची : सफायर इंटरनेशनल स्कूल में छात्र की हत्या की जानकारी लेने शनिवार को एसएसपी कुलदीप द्विवेदी अपने टीम के साथ पहुंचे़ उन्होंने सारी वस्तुस्थिति की जानकारी लेने के बाद अादेश दिया कि अंतिम समय में छात्र विनय कुमार के साथ कौन-कौन था, उनसे अलग-अलग पूछताछ करे़
अलग-अलग पूछताछ के बाद मामला और साफ होगा़ गौरतलब है कि सफायर इंटरनेशनल स्कूल में गुरुवार की देर रात स्कूल के सातवीं कक्षा के छात्र विनय कुमार की हत्या की गयी थी़
मजदूराें से भी होगी पूछताछ : घटनास्थल का जायजा लेने के बाद एसएसपी ने देखा कि वहां कंस्ट्रक्शन का काम भी चल रहा है़ कंस्ट्रक्शन में लगे मजदूर भी वहां रुके हुए थे़ घटना के समय मजदूरों ने क्या देखा या किसी मजदूर का इस घटना में कोई हाथ है या नहीं, इसकी भी जांच की जायेगी़
शिक्षक व सभी कर्मचारियों के बैक ग्राउंड खंगालेगी पुलिस : पुलिस स्कूल के सभी शिक्षक व कर्मचारियों की पिछली पृष्ठभूमि के संबंध में जानकारी हासिल कर रही है़ एसएसपी ने कहा कि इससे यह साफ होगा कि ऐसा तो नहीं कि कोई शिक्षक अथवा कर्मचारी अपराधी प्रवृति का है और उसने विनय की वीभत्स हत्या कर दी हो़
जांच के लिए टीम गठित : एसएसपी ने पूरे मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन किया है़ उस टीम का नेतृत्व हटिया एएसपी प्रशांत आनंद करेंगे़ इस टीम में धुर्वा इंस्पेक्टर हरिश्चंद्र सिंह व तुपुदाना प्रभारी राजीव रंजन है़ं टीम की मॉनिटरिंग सिटी एसपी किशोरकौशल करेंगे़
अहले सुबह पोस्टमार्टम करने पर हुआ शो कॉज
रांची. सफायर स्कूल के छात्र विनय कुमार की हत्या के बाद शुक्रवार सुबह सात बजे ही उसका पोस्टमार्टम कर दिया गया था़ उस बात पर पोस्टमार्टम विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ तुलसी महतो ने चिकित्सक व कर्मियों को शो कॉज जारी किया है़ उन्होंने पूछा है कि किसके आदेश पर अहले सुबह पोस्टमार्टम किया गया़ इधर, इस संबंध में अधीक्षक एसके चौधरी का कहना है कि शांति भंग होने की आशंका पर इतनी सुबह पोस्टमार्टम किया गया़ रांची पुलिस के आग्रह पर ऐसा किया गया था.
शिक्षकों ने भी कहा, घटना से शिक्षक समाज पर लगा कलंक
घटना दर्दनाक और दुखद
सफायर इंटरनेशनल स्कूल की घटना दर्दनाक और दुखद है. जो बातें सामने आ रही हैं, अगर वह सच होती है, तो इससे शिक्षक समाज कलंकित होगा. छात्रावास वाले स्कूलों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए. बच्चों के लिए भौतिक और मानसिक सुरक्षा के इंतजाम यहां किये जाने चाहिए. बच्चों के लिए 24 घंटे काउंसलिंग और चिकित्सकीय सुविधाएं भी यहां होनी चाहिए. यहां के शिक्षकों का दायित्व है कि घर से बाहर रहनेवाले बच्चों के माता-पिता की भूमिका निभायें, उनकी अच्छी पैरेंटिंग करें. डॉ राम सिंह, प्राचार्य, डीपीएस
ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो
कल की घटना काफी पीड़ा देनेवाली है. ऐसी घटना न हो, इसके लिए अधिक चौकसी बरती जानी चाहिए. यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. छात्रावासों में बच्चों के प्रति अधिक चौकसी बरतनी चाहिए. छात्रावास में किसी भी तरीके से कोई घुसपैठ न हो, इस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए. हाॅस्टल के वार्डन को भी नियमित रूप से परिसर में घूमना चाहिए. जनता को भी जागरुक होने की जरूरत है. एके सिंह, प्राचार्य, जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली
घटना एक हादसा है
कोई भी स्कूल प्रबंधन इस तरह की घटना हो, यह नहीं चाहता है. विनय की मौत पूरी तरह एक हादसा है. फिर भी स्कूल प्रबंधन का यह दायित्व है कि वह प्रयास करे कि किसी भी तरह हादसे अथवा दुर्घटना की पुनरावृति न हो. यदि बच्चे के साथ शारीरिक प्रताड़ना हुई है, तो उसे कतई बरदाश्त नहीं किया जाना चाहिए. ऐसे में दोषी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. अभय सिंह, प्राचार्य, आर्मी पब्लिक स्कूल
अमानवीय और दुर्भाग्यपूर्ण घटना
घटना दुर्भाग्यपूर्ण और अमानवीय है. जो भी छात्र की हत्या में शामिल हैं, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए. सही तरीके से पूरे मामले की जांच होनी चाहिए. जांच में लगे अधिकारी प्रभावित न हों, इसका भी प्रावधान होना चाहिए. तभी सही अपराधी पकड़ में आ सकेंगे. उन्होंने बच्चों की अधिक स्वच्छंदता पर भी अभिभावकों को लगाम लगाने की बातें कहीं.
वीके सिंह, प्राचार्य, डीएवी बरियातू
दोषी को सजा मिलनी ही चाहिए
सफायर स्कूल की घटना दुखद है. पुलिस की जांच चल रही है. जांच पूरा होने पर ही सही बात सामने आयेगी. संस्थान में इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए. यह अपने आप में शर्मनाक है. छात्रावास में रह रहे बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेवारी स्कूल प्रबंधन की होती है. इस तरह सुरक्षा में चूक हुई है, जो ठीक नहीं है.
एसके मिश्रा, प्राचार्य, इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल
दुखदायी घटना है
सफायर स्कूल की घटना दुखदायी घटना है. उन्होंने पीड़ित परिवार के प्रति अपनी संवेदना भी प्रकट की. स्कूल में पढ़नेवाले और स्कूल परिसर में रहनेवाले बच्चों की सारी जिम्मेवारी स्कूल प्रबंधन की होती है. सभी की देखभाल करना स्कूल का दायित्व है. स्कूल प्रबंधन की कोशिश होनी चाहिए कि बच्चों के बहुमूल्य और कोमल जीवन की सही तरीके से देखभाल हो. उन्हें बेहतर संरक्षण दिया जाये.
फादर खेस, प्राचार्य, संत जेवियर स्कूल
हत्यारे को सजा मिले, तभी मिलेगी शांति
मन की बात : मृत छात्र के पिता मनबहाल महतो ने कहा
हटिया : मृतक विनय कुमार के पिता मनबहाल महतो अपने दोनों बेटे विवेक और विपुल को स्कूल से हटा कर अपने घर ले आये हैं. बेटे का अंतिम संस्कार करने के बाद वह अपने दोनों बेटों के साथ नामकुम थाना क्षेत्र के चंदाघासी स्थित अपने घर में बैठे हुए थे. उन्होंने कहा : मेरी आत्मा को शांति तभी मिलेगी, जब मामले की जांच सही तरीके से हो. पुलिस हत्यारे को पकड़े और उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलाये. उन्होंने सभी अभिभावकों से अपील की है कि इस स्कूल से अपने बच्चों को ले जाएं. इस स्कूल में बच्चों का भविष्य खतरे में है. इधर, घटना के बाद विनय की मां का रो-रोकर बुरा हाल था़ वह अपने बेटे को याद कर बार-बार बेहोश हो जा रही थी़
भइया पढ़ने में तेज थे
चंदाघासी स्थित अपने घर पर मनबहाल महतो के दोनों बच्चों ने बताया कि बड़े भइया पढ़ने में तेज थे. स्कूल से दो-दो बार गोल्ड मेडल भी उन्हें मिला था. वहीं खेल में भी तीन जगह जमशेदपुर, गुड़गांव एवं दिल्ली से मेडल जीत कर आये थे. वह स्वीमिंग और बैडमिंटन प्रतियोगिता में भाग लेने गये थे. स्कूल की शिक्षिका मीनाक्षी दुबे ने बताया कि विनय पढ़ने के साथ-साथ खेल में भी काफी आगे था. वह चंचल स्वभाव का भी था. घटना कैसे घटी, इस पर कहा कि मुझे इस विषय में कुछ नहीं मालूम.
मंत्री चंद्रप्रकाश ने कहा दोषियों पर कार्रवाई हो
रांची : सफायर स्कूल मामले में दोषियों को चिह्नित कर कार्रवाई करने की मांग मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने की है. उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव, गृह सचिव व डीजीपी को भी पत्र लिखा है.
मंत्री ने लिखा है कि शिक्षा जगत में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो, यह अधिकारी सुनिश्चित करें. मंत्री ने कहा कि अावासीय विद्यालय के संचालकों को भी अपने हॉस्टल की परिस्थितियों की मॉनिटरिंग करनी चाहिए. अभिभावक अपने बच्चों को बेहतर माहौल उपलब्ध कराने के लिए आवासीय विद्यालयों में भेजते हैं और जब वहां ऐसा माहौल होगा, तो बच्चे कैसे पढ़ सकेंगे. मंत्री ने कहा कि सरकार अपने आवासीय विद्यालयों की भी निगरानी करे, ताकि कहीं भी ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो.