‘मेक इन इंडिया” वीक : झारखंड को मिले 62,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव
मुंबई / रांची: झारखंड इसी साल नवंबर महीने में दुनिया भर के बड़े मशहूर निवेशकों की मेजबानी करेगा. नवंबर महीने में राजधानी रांची में विश्व निवेशक सम्मेलन आयोजित होगा. आज मुंबई में आयोजित मेक इन इंडिया सप्ताह के तहत झारखंड इवेंट को संबोधित करते हुए रघुवर दास ने यह घोषणा की. सीएम ने निवेशकों को […]
मुंबई / रांची: झारखंड इसी साल नवंबर महीने में दुनिया भर के बड़े मशहूर निवेशकों की मेजबानी करेगा. नवंबर महीने में राजधानी रांची में विश्व निवेशक सम्मेलन आयोजित होगा. आज मुंबई में आयोजित मेक इन इंडिया सप्ताह के तहत झारखंड इवेंट को संबोधित करते हुए रघुवर दास ने यह घोषणा की.
सीएम ने निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड अपने प्राकृतिक सौंदर्य, संसाधनों की प्रचुरता, प्रतिबद्ध नौकरशाही और कुशल परिश्रमी श्रम शक्ति के साथ तत्पर रहेगा. सीएम रघुवर दास ने कहा कि "ईज ऑफ डूंइंग बिजनेस " में झारखंड की रैकिंग में काफी सुधार हुआ है.
झारखंड को मिले 62,000 करोड रुपये के निवेश प्रस्ताव
झारखंड सरकार ने आज कहा कि उसे अदाणी तथा वेदांता जैसी बडी कंपनियों से 62,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. इन कंपनियों ने बिजली, उर्वरक, इस्पात और रसायन जैसे क्षेत्रों में रुचि दिखायी है. झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने यहां ‘मेक इन इंडिया’ सप्ताह के दौरान अलग से बातचीत में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने तापीय बिजली संयंत्र तथा उर्वरक विनिर्माण इकाई लगाने के लिये अदाणी समूह के साथ 50,000 करोड़ रुपये के निवेश के लिये सहमति पत्र पर दस्तखत किये हैं.’ दास ने कहा, ‘‘हमें वेदांता से 2,000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव मिला है और इसके लिये हमने एमओयू पर हस्ताक्षर किये हैं.
इसके अलावा हमें रसायन, आईटी, कपडा तथा निर्माण जैसे क्षेत्रों में कंपनियों से 10,000 करोड़ रुपये के निवेश के 11 आशय पत्र प्राप्त हुए हैं.’ झारखंड सरकार ने गौतम अदाणी की अगुवाई वाले समूह के साथ 15,000 करोड़ रुपये का एक समझौता तापीय बिजली सयंत्र लगाने के लिये किया है. इसकी क्षमता 1,600 मेगावाट होगी. इस इकाई से उत्पादित बिजली बांग्लादेश ग्रिड को दी जाएगी.
शेष 35,000 करोड रुपये निवेश कोयला आधारित मिथेन उर्वरक उत्पादन के लिये इकाई लगाने में किया जाएगा. दास ने कहा कि झारखंड में देश का 40 प्रतिशत खनिज है और एकमात्र राज्य है जहां कोयला तथा लौह अयस्क दोनों के भंडार हैं.