बुंडू. तैमारा घाटी के आगे घाघराबेड़ा में गुरुवार रात नक्सलियों व सीआरपीएफ के जवानों के बीच देर रात तक चली मुठभेड़ में चार नक्सली मारे गये हैं. हालांकि इसमें दो सीआरपीएफ जवान गोविंद सिंह व सद्दाम घायल हो गये हैं. मुठभेड़ देर रात तक चलती रही. इस दौरान दोनों ओर से कम से कम एक हजार राउंड गोलियां चलीं.पुलिस ने नक्सलियों पर 51 एमएम मोर्टार के चार गोले भी दागे़ देर रात सारजमडीह, तैमारा, बारूहातू और ताउ में तैनात सीआरपीएफ के जवान घटनास्थल की ओर कूच कर गये. जवानों ने मोटरसाइकिल से भी भाग रहे नक्सलियों का पीछा किया.
बुंडू में मुठभेड़, एक हजार चक्र गोली चली
नक्सलियों और सीआरपीएफ के बीच भुठभेड़ देर रात तक चलता रहा. घटना की सूचना मिलने पर 10: 30 बजे एसएसपी कुलदीप द्विवेदी और ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा भी वहां पहुंचे. एसएसपी ने बताया कि सीआरपीएफ के दोनों जवान नक्सलियों की गोली से घायल नहीं हुए हैं. वे फायरिंग के दौरान खुद घायल हुए हैं. सुबह जंगल में सर्च अभियान चलाया जायेगा.
जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से राम मोहन और प्रमाणिक का दस्ता इलाके में जुटे थे. इस बात की सूचना सीआरपीएफ और पुलिस के अधिकारियों के पास थी, जिसे लेकर अभियान चलाया जा रहा था. इसी बीच अचानक नक्सलियों से पुलिस की मुठभेड़ शुरू हो गयी. इस कारण रांची-टाटा मार्ग में आवागमन तैमारा घाटी से पूर्व रोक दिया गया है. दोनों अोर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. सभी वाहन चालकों को जिला पुलिस बल ने कहा गया कि वे अपनी-अपनी गाड़ी की बत्ती बंद कर लें अौर शोरगुल न करें. इसके बाद बत्ती बंद कर दी गयी है. बस में सवार लोगों डर से हालत खराब थी. कई लोग डर से वापस भी हो गये हैं. वहीं टाटा जाकर ट्रेन पकड़नेवाले यात्रियों का बुरा हाल था, क्योंकि आवागमन कब से सामान्य होगा, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा रही थी.