आयोजन: सीआइटी में आयोजित सेमिनार में कुलपति ने कहा, शोध कार्य जनोपयोगी हो

नामकुम: भारत में बेसिक साइंस के प्रति विद्यार्थियों की घटती रुचि चिंता का विषय है़ विद्यार्थी अपने शोध कार्य को जन उपयोगी बनाये़ देश में अब शोध के लिए संसाधन की कमी नहीं है, जरूरत सिर्फ प्रतिभा व इच्छाशक्ति की है़. उक्त बातें रांची विश्वविद्यालय के कुलपित डॉ रमेश पांडेय ने सीआइटी टाटीसिलवे में आयोजित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2016 1:21 AM
नामकुम: भारत में बेसिक साइंस के प्रति विद्यार्थियों की घटती रुचि चिंता का विषय है़ विद्यार्थी अपने शोध कार्य को जन उपयोगी बनाये़ देश में अब शोध के लिए संसाधन की कमी नहीं है, जरूरत सिर्फ प्रतिभा व इच्छाशक्ति की है़.
उक्त बातें रांची विश्वविद्यालय के कुलपित डॉ रमेश पांडेय ने सीआइटी टाटीसिलवे में आयोजित कन्वर्जेंस ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी विषय पर आयोजित दो दिवसीय नेशनल सेमिनार के उदघाटन समारोह में कही़ उन्होंने कहा कि देश में शिक्षा का गिरता स्तर चिंता का विषय है़ वर्तमान में विज्ञान के विभिन्न क्षेत्र एक-दूसरे से जुड़ गये है़ं ऐसे में शिक्षण संस्थानों व विभागों के बीच समन्वय आवश्यक है़ झारखंड राय यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ सविता सेंगेर ने कहा कि देश में पीएचडी करनेवाले विद्यार्थियों के शोध का मात्र 10 फीसदी ही मानव कल्याण के लिए उपयोग हो पाता है़.

हमारा शोध केवल विषय आधारित होता है़ इसमें विज्ञान के विभिन्न आयामों को शामिल करना होगा़ उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के कार्यकारी निदेशक एसडी राम ने कहा कि विज्ञान व तकनीक के मेल से ही विकास संभव है. जब तक हम लीक से हट कर नहीं सोचेंगे, तब तक विकास व नये रास्ते नहीं मिलेंगेे. सेमिनार में एकेडमिक स्टॉफ कॉलेज के पूर्व निदेशक जेएन प्रसाद, सीआइटी के निदेशक एसके सिंह समेत देश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों से आये प्रतिनिधि शामिल थे़

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