Jharkhand News, रांची न्यूज (जीतेंद्र) : झारखंड के वन विभाग की लापरवाही से रांची के अनगड़ा में 3100 पौधे बारिश में डूब गये हैं. ग्रामीणों के विरोध के बाद भी अधिकारियों ने अनसुना कर 72 वें वन महोत्सव का सीएम हेमंत सोरेन से शुभारंभ कराकर पौधरोपण करवाया था.
रांची जिले के अनगड़ा प्रखंड में पिछले दिनों हुई भारी बारिश से गेतलसूद डैम का जलस्तर बढ़ने से गांधीग्राम में वन विभाग के द्वारा लगाये गये 3100 पौधे डूब गये हैं. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने पिछले 13 जुलाई को वन, पर्यावरण एवं जलवायु विभाग के द्वारा यहां आयोजित 72 वें वन महोत्सव का शुभारंभ किया था. इस दौरान उन्होंने सखुआ का पौधा लगाया था.
ग्रामीणों ने बताया कि वन महोत्सव के आयोजन के पूर्व ही स्थल निरीक्षण के लिए आये वन अधिकारियों को इस डूब क्षेत्र के बारे में बताया गया था, लेकिन उन्होंने ग्रामीणों की एक ना सुनी. ग्रामीणों के अनुसार प्रत्येक वर्ष डैम में पानी बढ़ने से यह समूचा क्षेत्र जलमग्न हो जाता है.
पूर्व विधायक रामकुमार पाहन ने बताया कि वन महोत्सव आयोजन के दिन इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जानकारी दी थी. यह सरकारी राशि का बंदरबांट है. आयोजन का ग्रामीणों ने काफी विरोध किया था, लेकिन वन अधिकारियों ने जबरन यहां पौधरोपण करा दिया.
आपको बता दें कि वन विभाग के पदाधिकारियों की अदूरदर्शिता के कारण सरकारी राशि का दुरुपयोग हुआ है. जानकारी देने के बाद वे ग्रामीणों की नहीं माने और पौधरोपण करवा दिया. स्थानीय लोगों ने इसका विरोध भी किया, लेकिन ग्रामीणों की बातों को अनसुना कर दिया गया.
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वन महोत्सव में राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू, खिजरी विधायक राजेश कच्छप, अपर मुख्य सचिव एल. खिंग्याते, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रियेश कुमार वर्मा, पीसीसीएफ(विकास) एनके सिंह, आरसीसीएफ वाईके दास, उपायुक्त छविरंजन, डीएफओ अशोक कुमार दुबे सहित वन विभाग के पदाधिकारी व अन्य ने पौधरोपण किया था.
Posted By : Guru Swarup Mishra