बैंकिंग क्षेत्र में बढ़ी है महिलाओं की भागीदारी

रांची : अरुणा अग्निहोत्री ने बताया कि यूिनयन की महिला इकाई द्वारा अधिकारियों की क्लस्टर बैठकों के अलावा सीएसआर की गतिविधियां संचालित की जा रही है. ट्रेड यूनियन की भूमिका, महिला अधिकारियों की सुरक्षा व उपभोक्ताओं की शिकायतों का सही तरीके से निबटारा करने की जानकारी भी मुहैया करायी जा रही है. बैंकों में महिलाओं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2016 5:44 AM
रांची : अरुणा अग्निहोत्री ने बताया कि यूिनयन की महिला इकाई द्वारा अधिकारियों की क्लस्टर बैठकों के अलावा सीएसआर की गतिविधियां संचालित की जा रही है. ट्रेड यूनियन की भूमिका, महिला अधिकारियों की सुरक्षा व उपभोक्ताओं की शिकायतों का सही तरीके से निबटारा करने की जानकारी भी मुहैया करायी जा रही है. बैंकों में महिलाओं की बढ़ती भूमिका के मद्येनजर यह जरूरी हो गया है.
500 करोड़ से अधिक का कर्ज माफ किया गया
सर्वोच्च न्यायालय ने भारतीय रिजर्व बैंक से ऋण माफी की जानकारी सार्वजनिक करने का आदेश दिया है. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा 500 करोड़ से अधिक का कर्ज माफ किया गया है. न्यायालय ने देश भर के बड़े कर्जधारक (डिफाॅल्टरों) की सूची मांगी है. 2013 से लेकर 2015 तक 29 बैंकों द्वारा 1.14 लाख करोड़ का कर्ज माफ किया गया है.
बैंक का आॅपरेटिंग मुनाफा 4571 करोड़ हुआ
एक सवाल के जवाब में श्रीमती अग्निहोत्री ने कहा कि बैंक ऑफ इंडिया ने दिसंबर 2015 तक 4571 करोड़ का आॅपरेटिंग मुनाफा अर्जित किया है. प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत 19.21 करोड़ खाताधारकों को जोड़ा गया है. मुद्रा योजना के तहत नवंबर 2015 तक 66 लाख लोगों को ऋण दिया गया है.
उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त बैंक कर्मियों को मिलनेवाली स्वास्थ्य सुविधाएं ठीक की जानी चािहए. किराये का नवीकरण, मोबाइल व टेलीफोन बिल के भुगतान की सुविधा, मेडिकल एक्सपेंस का भुगतान घोषणा के आधार पर करने की भी उन्होंने मांग की.

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