बवाल: जेपीएससी के रिजल्ट पर सड़क से लेकर सदन तक हंगामा, रोड जाम, तोड़-फोड़ फिर लाठीचार्ज
जेपीएससी पांचवींप सिविल सेवा परीक्षा के रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप लगा कर इसका विरोध किया जा रहा है. एक ओर सड़क पर कई संगठन हंगामा कर रहे हैं, तो दूसरी ओर इसी मुद्दे पर विपक्ष सदन नहीं चलने दे रहा है. रांची : जेपीएससी अभ्यर्थियों ने मंगलवार को जेल चौक को दो घंटे (दोपहर […]
जेपीएससी पांचवींप सिविल सेवा परीक्षा के रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप लगा कर इसका विरोध किया जा रहा है. एक ओर सड़क पर कई संगठन हंगामा कर रहे हैं, तो दूसरी ओर इसी मुद्दे पर विपक्ष सदन नहीं चलने दे रहा है.
रांची : जेपीएससी अभ्यर्थियों ने मंगलवार को जेल चौक को दो घंटे (दोपहर एक बजे से तीन बजे तक) जाम रखा. इस दौरान उन्होंने जम कर हंगामा किया. दोपहिया वाहनों में तोड़फोड़ की. कुछ स्कूल बसें भी जाम में फंस गयीं. बाद में प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने स्कूल बसों को जाम से निकाला़ अभ्यर्थियों ने टायर जला कर विरोध-प्रदर्शन किया़ सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने उग्र प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया. कुछ को हिरासत में लिया गया. इसके बाद रोड जाम समाप्त हो गया.
इससे पूर्व जेपीएससी के रिजेक्ट अभ्यर्थियों ने परिणाम रद्द करने की मांग को लेकर रांची विवि से जेपीएससी मुख्यालय तक मार्च किया़ जेपीएससी मुख्यालय के सामने टायर जला कर आवागमन अवरूद्ध कर दिया. इसके बाद अभ्यर्थियों ने जेल चौक पहुंच कर रोड जाम कर दिया. कुछ दोपहिया वाहन में तोड़फोड़ भी की गयी़ प्रदर्शन करनेवालों में छात्र नेता मनोज कुमार यादव, ज्योति कुमारी, तालकेश्वर महतो, एनएसयुआइ के विवि प्रभारी तनुज खत्री, जेवीएम के छात्र नेता सुरेश आदि शामिल थे़.
स्टूडेंट यूनियन ने भी किया विरोध, पुतला फूंका
यंग ट्राइबल कंजरवेटिव स्टूडेंट यूनियन ने जेपीएससी व जेएसएससी में झारखंड की जनजातीय भाषाओं की उपेक्षा और बाहरी भाषाओं को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए अलबर्ट एक्का चौक पर प्रदर्शन किया. उन्होंने जेपीएससी-जेएसएससी का पुतला भी जलाया. महासचिव जग्गू मूंडा ने कहा कि सरकार एक साजिश के तहत जनजातीय भाषाओं को वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल नहीं कर इन भाषाओं का अस्तित्व मिटा रही है.
मामले की आज सुनवाई
झारखंड हाइकोर्ट में दो मार्च को पांचवीं जेपीएससी संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई होगी. उक्त याचिका पीके सिद्धार्थ ने दायर की है. उन्होंने जेपीएससी द्वारा उम्मीदवारों को तकनीकी आधार पर रद्द किये जाने को चुनाैती दी है.