विधानसभा: विपक्षी विधायकों ने कार्यवाही का वाक आउट किया, बिना विपक्ष के चला सदन

रांची : सदन में बुधवार को बिना विपक्ष के शांति और सौहार्द्र के साथ दिनभर कार्यवाही चली़ सदन में सत्ता पक्ष के सवाल आये़ हंसी-ठिठोली के बीच सहज अंदाज में सदन की कार्यवाही चली़. पहली पाली में सत्ता पक्ष के विधायकों ने शून्य काल और ध्यानाकर्षण के माध्यम से सवाल उठाये़. दूसरी पाली में विपक्ष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 3, 2016 6:49 AM
रांची : सदन में बुधवार को बिना विपक्ष के शांति और सौहार्द्र के साथ दिनभर कार्यवाही चली़ सदन में सत्ता पक्ष के सवाल आये़ हंसी-ठिठोली के बीच सहज अंदाज में सदन की कार्यवाही चली़. पहली पाली में सत्ता पक्ष के विधायकों ने शून्य काल और ध्यानाकर्षण के माध्यम से सवाल उठाये़. दूसरी पाली में विपक्ष की आेर से बिना कटौती प्रस्ताव पेश किये ही खाद्य आपूर्ति विभाग के अनुदान मांग पर सत्ता पक्ष ने विचार रखे़.

इधर, बुधवार की सुबह कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी विधायकों की आेर से जेपीएससी मामले पर हो-हंगामा शुरू हो गया़ झामुमो, कांग्रेस और झाविमो के विधायक वेल में घुस गये़ विधायकों ने जोर-जोर से नारेबाजी शुरू कर दी़ स्पीकर दिनेश उरांव बार-बार विधायकों से आग्रह करते रहे़ बावजूद इसके सदन व्यवस्थित नहीं हुआ़ 11 बजे से शुरू हुई कार्यवाही महज सात मिनट चली़ हो-हंगामा के कारण स्पीकर ने कार्यवाही 12़ 10 बजे तक के लिए स्थगित कर दी़ दुबारा सदन की कार्यवाही शुरू हुई, तो हो-हल्ला जारी था़ हंगामे के बीच प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने कहा कि हमें आसन का संरक्षण चाहिए़ सरकार सदन को गुमराह कर रही है़ यह संवेदनशील मुद्दा है़ श्री सोरेन का कहना था कि सरकार के मंत्री ही कह रहे हैं कि जेपीएससी में घोटाला हुआ है़ रिजल्ट रद्द किया जाये़ आसन की ओर से नियमन जाये कि इसमें जांच हो़ दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा़ प्रदीप यादव का कहना था कि सरकार बहरी हो गयी है़ झारखंड के आदिवासी, दलित का हक मारा जा रहा है़.

उधर, सत्ता पक्ष की ओर से मंत्री राज पलिवार ने कहा कि गलती खुद की है, अब चिल्ला रहे है़ं झारखंड की सवा तीन करोड़ जनता सब देख रही है़ पक्ष-विपक्ष के आरोप-प्रत्यारोप के बीच हो-हंगामा जारी था़ स्पीकर दिनेश उरांव बार-बार आग्रह कर रहे थे़ स्पीकर का कहना था कि हाउस में चर्चा कराने के लिए तैयार है़ं सदन की कार्यवाही दुबारा शुरू होने के बाद विपक्ष ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया़ विपक्ष के बाहर जाने के बाद शून्य काल और ध्यानाकर्षण के सवाल आये़.

किसने क्या कहा
सरकार के मंत्री ही मान रहे हैं घोटाला हुआ, जांच कराये
सरकार : हेमंत
सरकार बहरी हो गयी है आदिवासी व दलित का हक मारा जा रहा
है : प्रदीप यादव
गलती खुद की है, अब चिल्ला रहे हैं, जनता सब देख रही है: पलिवार
कब क्या हुआ
11 बजे कार्यवाही शुरू हुई, हो-हंगामा के कारण सात मिनट में स्थगित
12़ 10 में कार्यवाही शुरू हुई, तो विपक्ष ने बहिष्कार कर दिया़
इसके बाद सदन की कार्यवाही में दिन भर सत्ता पक्ष ही मौजूद रहा़

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