मानवशास्त्र विभाग में व्याख्यान, एसएन प्रधान ने कहा नक्सल विचारधारा पहले से ज्यादा विकृत

रांची: नक्सल आंदोलन की जड़ें अब धीरे-धीरे खोखली होती जा रही है. उनका जन समर्थन कम हो रहा है. नक्सल विचारधारा पहले से ज्यादा विकृत हो गयी है. उक्त बातें राज्य के एडीजीपी (अभियान) एसएन प्रधान ने कही. वे शुक्रवार को रांची विवि अंतर्गत स्नातकोत्तर मानवशास्त्र विभाग में ‘ द नेचर एंड डायमेंशन अॉफ माअोइस्ट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 5, 2016 1:34 AM
रांची: नक्सल आंदोलन की जड़ें अब धीरे-धीरे खोखली होती जा रही है. उनका जन समर्थन कम हो रहा है. नक्सल विचारधारा पहले से ज्यादा विकृत हो गयी है. उक्त बातें राज्य के एडीजीपी (अभियान) एसएन प्रधान ने कही. वे शुक्रवार को रांची विवि अंतर्गत स्नातकोत्तर मानवशास्त्र विभाग में ‘ द नेचर एंड डायमेंशन अॉफ माअोइस्ट इक्सट्रीमिज्म इन झारखंड’ विषय पर आयोजित व्याख्यान में बोल रहे थे.
व्याख्यान का आयोजन रांची विवि मानवशास्त्र विभाग, रांची विवि व जामिया मिलिया इसलामिया विवि व दिल्ली के नेलशन मंडेला सेंटर फॉर पीस एंड कनफ्लिक्ट रेजुलेशन के सहयोग से किया गया. श्री प्रधान ने कहा कि नक्सल मौके की तलाश में रह कर मुद्दा खोजते हैं, ताकि लोगों को अपनी अोर आकर्षित रखा जा सके.
आइजी (प्रोविजन) आरके मल्लिक ने कहा कि राजनीतिक दल आम लोगों को प्रभावित करने में नाकाम दिखते हैं. वहीं नक्सल अपनी बातें मनवाने में लगे रहते हैं. नक्सल आंदोलन अब पैसे का खेल बन चुका है.पैसा उगाहने के लिए हिंसा करते हैं. सीआइडी की आइजी संपत मीणा ने कहा कि झारखंड बनने के बाद नक्सल आंदोलन ने तेजी पकड़ा है. सरकार गंभीर होकर नक्सल आंदोलन पर प्रहार की योजना बनायी. सुरक्षा बल मुस्तैदी से अपना काम कर रहे हैं. नक्सल संघर्ष से समाज पर विपरित प्रभाव पड़ा है. सरकारी कर्मी सुदूर गांवों में जाने से कतराते हैं, जिससे विकास योजनाएं प्रभावित हुई हैं. महिलाअों तथा किशोरियों का नक्सल आंदोलन द्वारा शोषण हुआ है. सरकार अब यह बात जनता को बता कर ग्रामीणों को नक्सलियों के खिलाफ उठ खड़े होने के लिए प्रेरित कर रही है. जामिया मिलिया इसलामिया विवि के प्रो सुजीत दत्ता ने विषय प्रवेश कराया. स्वागत भाषण विभागाध्यक्ष डॉ अजीत कुमार सहाय व धन्यवाद ज्ञापन डॉ विजय प्रकाश शर्मा ने किया. इस अवसर पर डॉ लाल गिरिजा शंकर शाहदेव, प्रो राम कुमार तिवारी, डॉ अभिजीत दत्ता, प्रो उषा टोप्पो, डॉ प्रभात कुमार सिंह, डॉ एसपी सिन्हा, डॉ एसएम अब्बास आदि उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version