उन्होंने कहा कि स्वच्छता से लोगों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो सकता है. यदि आप स्वच्छ माहौल में रहेंगे, तो बीमारियां नहीं होंगी. बीमारी नहीं होने पर डॉक्टर और दवा का खर्च बचेगा. तब हम पैसे की बचत कर अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ कर पायेंगे. यही स्थिति राज्य के संदर्भ में भी लागू होती है. जब राज्य स्वच्छ होगा, तो यहां के लोग बीमार कम पड़ेंगे. बीमारियां कम होने से सरकार के स्वास्थ्य बजट का आधा हिस्सा बचेगा. इसका उपयोग दूसरे विकास कार्यों में किया जा सकेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो स्वच्छ भारत का संकल्प लिया है, उसमें सभी का सहयोग जरूरी है. स्वच्छता के लिए जुड़ी सभी संस्थाएं धन्यवाद की पात्र हैं. संस्थाओं को ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने साथ जोड़ने का प्रयास करना चाहिए. जन भागीदारी से भी इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है. श्री कल्कि मानव सेवा समिति के प्रयास की सराहना करते हुए श्री दास ने कहा कि बड़ा काम भी हमेशा छोटे रूप से ही शुरू होता है. आज स्वच्छता को जो बीज समिति ने बाेया है, वह एक दिन बड़ा बृक्ष बनेगा.
कार्यक्रम को हटिया विधायक नवीन जायसवाल, कांके विधायक डाॅ जीतू चरण राम ने भी संबोधित किया. इस दौरान समिति की वरिष्ठ पदाधिकारी रूपाली कल्कि दासा ने समिति द्वारा किये गये कार्यों का विस्तृत विवरण रखा. उन्होंने कहा कि जब देश का हर नागरिक यह चाह लेगा कि उसे स्वच्छ रहना है, तो देश की कोई भी ताकत उसे स्वच्छ होने से रोक नहीं सकती. मौके पर पावर ग्रिड काॅरपोरेशन के महाप्रबंधक रोबिन सरकार, समिति के झारखंड प्रमुख नरवदेश्वर प्रसाद, रांची प्रभारी कंचन गुप्ता समेत कई लोग मौजूद थे.