रांचीः इनोवेशन इन गुड गवर्नेस पर चर्चा करते हुए सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी व इंस्टीटय़ूट फॉर होलिस्टिक रिसर्च एंड वोलंटरी एक्शन के डॉ कमल तावरी ने कहा कि गुड गवर्नेस की बात सभी के लिए है. अगर हम थोड़ा भी संवेदनशील हैं तो गुड गवर्नेस अपने आप ही हो जायेगा. यदि केवल अपनी सोचेंगे, अपने लिए करेंगे तो नक्सल जैसी समस्या बढ़ेगी.
उन्होंने कहा कि पहले अपना रोल सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि इनोवेशन पर 140 किताबें लिख चुके हैं. उन्होंने बताया कि जब वह 1984 में यूपी में ट्रांसपोर्ट कमिश्नर थे, तब उन्होंने देखा कि स्कूटर वालों को टैक्स जमा करने में 90 प्रतिशत टाइम लग जाता है और 10 प्रतिशत टैक्स जमा होता है. भारी वाहनों से 90 फीसदी टैक्स मिलता है और समय 10 प्रतिशत लगता था. लंबी कतार लगती थी. उन्होंने दोनों के लिए अलग व्यवस्था की. एक बजे तक कार्यालय को खोल दिया गया ताकि लोग टैक्स जमा करें. अब तो भारत सरकार ने एक ही बार में एडवांस टैक्स की व्यवस्था कर दी है.
डॉ तावरी ने इनोवेशन के लिए कीप इट सिंपल एंड स्ट्रेट(किस) का जिक्र करते हुए कहा कि इसे नहीं करेंगे तो इनोवेशन कैसे होगा. यह सही है कि देश में भ्रष्टाचार व अन्य समस्याएं हैं. आपकी नीयत अच्छी है और नीति अच्छी बनायेंगे तो लोग तंग नहीं करेंगे. अपनी समस्या का समाधान तालमेल से करते हैं, तो वही इनोवेशन है.