अपने हक के लिए जागें टाना भगत

विकास भारती. आदिवासी कला संस्कृति विषय पर कार्यक्रम में स्पीकर ने कहा रांची : दिनेश उरांव ने कहा कि सत्य-अहिंसा की राह पर चलनेवाले ये लोग अन्य लोगों से अलग हैं. आदिवासियों को जंगल, जमीन व पानी से अलग कर दिया जायेगा, तो संस्कृति ही खत्म हो जायेगी. हमें अपनी युवा पीढ़ी को उनके पूर्वज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 13, 2016 12:30 AM
विकास भारती. आदिवासी कला संस्कृति विषय पर कार्यक्रम में स्पीकर ने कहा
रांची : दिनेश उरांव ने कहा कि सत्य-अहिंसा की राह पर चलनेवाले ये लोग अन्य लोगों से अलग हैं. आदिवासियों को जंगल, जमीन व पानी से अलग कर दिया जायेगा, तो संस्कृति ही खत्म हो जायेगी. हमें अपनी युवा पीढ़ी को उनके पूर्वज व संस्कृति के बारे में बताना होगा. श्री उरांव शनिवार को विकास भारती में आदिवासी कला संस्कृति विषय पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे.
स्पीकर दिनेश उरांव ने कहा कि आजादी के बाद किसी को जमीन नहीं मिली और जमीन के कागजों को हाथ में लेकर घूमता रहे. यह विडंबना ही है. सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है. रविवार को सरकार के मुखिया आपके साथ होंगे. वह आपकी समस्या जानने व उसका निराकरण करने आयेंगे.
आपकी समस्या का निराकरण होगा. कार्यक्रम में राममोहन टाना भगत ने कहा कि हम सब घर-परिवार की तरह है़ं हमारा मुख्य मुद्दा भूमि है. हम बापू के देश में रहने वाले व शांति-अहिंसा की राह पर चलने वाले लोग हैं. हम सभी धर्म व संस्कृति का सम्मान करना जानते हैं. विधानसभा का अपना भवन तैयार हो रहा है.इसमें टाना भगत व गांधी जी की गैलरी बनायी जायेगी.
मांडर विधायक गंगा टाना भगत ने कहा कि अब तक की सरकारों ने हमें लॉलीपाॅप ही दिया है़ हम आंदोलन करते आये है़ं. अब सरकार को हम पर ध्यान देने की जरूरत है. जतरा टाना भगत के पोता विश्वा टाना भगत ने भी कार्यक्रम में विचार रखे. मौके पर कमलाकांत पांडेय, डॉ पी मुंडा सहित कई लोग मौजूद थे.

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