झामुमो ने झारखंडी युवाओं के भविष्य से किया खिलवाड़

प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आजसू ने लगाया आरोप रांची : आजसू के मुख्य प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत व तमाड़ विधायक विकास कुमार मुंडा ने कहा कि झामुमो ने झारखंडी छात्रों, युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया. उसे जनता से माफी मांगनी चाहिए. शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नेताद्वय ने कहा कि पांचवीं जेपीएससी परीक्षा में 60 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 13, 2016 12:34 AM
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आजसू ने लगाया आरोप
रांची : आजसू के मुख्य प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत व तमाड़ विधायक विकास कुमार मुंडा ने कहा कि झामुमो ने झारखंडी छात्रों, युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया. उसे जनता से माफी मांगनी चाहिए. शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नेताद्वय ने कहा कि पांचवीं जेपीएससी परीक्षा में 60 प्रतिशत गैर झारखंडी का चयन हुआ. झामुमो नीत सरकार के कार्यकाल में 25 सितंबर, 2013 को कार्मिक व राजभाषा विभाग ने अधिसूचना जारी कर मुख्य परीक्षा से संथाली, मुंडारी, खड़िया, हो, नागपुरी, कुरमाली, कुड़ुख, खोरठा, पंचपरगनिया समेत नौ भाषाओं को हटा दिया.
क्षेत्रीय भाषा की अनिवार्यता खत्म कर बांग्ला, अंगरेजी, हिंदी, ओड़िया, संस्कृत व उर्दू में एक का चयन करने की नियमावली बना दी. उसकी सरकार ने बाहरियों के लिए झारखंड में प्रशासनिक सेवा में आने का मार्ग प्रशस्त किया. कहा कि भोली-भाली जनता को गुमराह करना, छलना और सौदेबाजी झामुमो की पहचान बन गयी है. 18 माह की सरकार ने न स्थानीयता पर निर्णय लिया, न नियोजन नीति बनायी. आंदोलनकारियों के सम्मान, रोजगार, पुनर्वास के मुद्दे गौण हो गये. कहा कि झामुमो स्पष्ट करे कि झारखंड के छात्रों, युवाओं से छल क्यों किया.
के साथ किस परिस्थिति में छल किया गया. आदिवासी-मूलवासी की बात करनेवाले झामुमो के मुख्यमंत्री को नियमावली पर हस्ताक्षर करते समय झारखंड के आदिवासियों-मूलवासियों का ख्याल क्यों नहीं रहा. मौके पर पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष हसन अंसारी और केंद्रीय महासचिव रोशन लाल चौधरी भी थे़

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