मधुकॉन प्रोजेक्ट की रेकी करने पहुंचे, डिप्टी कमांडर सहित तीन उग्रवादी गिरफ्तारी
पुलिस की टीम ने उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ के डिप्टी कमांडर प्रिंस माकन, सूरज अहीर और सोमरा अहीर उर्फ परेश को गिरफ्तार किया है. सभी की गिरफ्तारी कांची पुल के समीप से हुई है. गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से पुलिस ने हथियार, गोली और अन्य सामान भी बरामद किये हैं. रांची: तीनों उग्रवादी राहे ओपी क्षेत्र […]
पुलिस की टीम ने उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ के डिप्टी कमांडर प्रिंस माकन, सूरज अहीर और सोमरा अहीर उर्फ परेश को गिरफ्तार किया है. सभी की गिरफ्तारी कांची पुल के समीप से हुई है. गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से पुलिस ने हथियार, गोली और अन्य सामान भी बरामद किये हैं.
रांची: तीनों उग्रवादी राहे ओपी क्षेत्र के सोमनाडीह के रहनेवाले हैं. वे सड़क निर्माण का काम कर रही कंपनी मधुकॉन प्रोजेक्ट की रेकी करने और घटना को अंजाम देने के लिए पहुंचे थे. इसके पूर्व तीनों उग्रवादी अन्य उग्रवादियों के साथ तीन मार्च को मधुकॉन प्रोजेक्ट पर लेवी वसूलने के लिए हमला कर चुके हैं. यह जानकारी शुक्रवार को अपने कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने दी. एसएसपी के अनुसार मधुकॉन प्रोजेक्ट में हमले के बाद उग्रवादियों द्वारा लूटे गये सामान भी तीनों उग्रवादियों की निशानदेही पर बरामद कर लिये गये हैं. एसएसपी के अनुसार गिरफ्तार तीनों उग्रवादी पीएलएफआइ के नये कैडर है. तीनों को इलाके में संगठन विस्तार और लेवी वसूलने की जिम्मेवारी मिली थी. गिरफ्तार उग्रवादियों के अन्य सहयोगियों की तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है.
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार तीनों उग्रवादी बेरोजगार थे. किसी तरह से तीनों का संपर्क पीएलएफआइ के उग्रवादी जिदन गुड़िया के साथ हुआ. जिसके बाद तीनों संगठन में शामिल हुए. पुलिस तीनों को पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड के बारे में जानकारी एकत्र कर रही है.
मधुकॉन प्रोजेक्ट में हमले की बात की स्वीकारी : गिरफ्तार तीनों उग्रवादियों ने स्वीकार किया है कि वे तीन मार्च को दस्ता के अन्य सदस्यों के साथ सलगाडीह मधुकॉन प्रोजेक्ट में लेवी वसूलने के लिए हथियार के साथ हमला किया गया था. आग लगाने के साथ- साथ उग्रवादियों ने मोबाइल और अन्य सामान लूट लिये थे. गिरफ्तार उग्रवादियों के अलावा घटना में 13 अन्य उग्रवादी शामिल थे.
नक्सलियों के कमजोर होने पर क्षेत्र का कर रहे विस्तार : एसएसपी के अनुसार गिरफ्तार उग्रवादियों का दस्ता खूंटी, अड़की, बुंडू, तमाड़, राहे, सिल्ली और अनगड़ा के इलाके में सक्रिय है. इन क्षेत्रों में भाकपा माओवादियों के नक्सलियों के कमजोर होने की स्थिति का लाभ उठा कर पीएलएफआइ के उग्रवादी अपना क्षेत्र का विस्तार कर रहे हैं.
दस्ते में शामिल हैं 16 उग्रवादी : इलाके में सक्रिय पीएलएफआइ के नये उग्रवादियों का एरिया कमांडर मंगल पांडेय नामक एक उग्रवादी है. संगठन का डिप्टी कमांडर प्रिंस माकन है. सभी उग्रवादियों को आग लगाने, हथियार और मोबाइल लूटने, पीएलएफआइ का परचा फेंकने की विशेष रूप से ट्रेनिंग दी गयी है.
बरामद हथियार और सामान : तीन पिस्टल, .315 बोर की चार गोली, 12 बोर की दो गोली, सलगाडीह घटना में प्रयुक्त दो बाइक, सलगाडीह घटना में लूटे गये दो सिम कार्ड, सलगाडीह घटना में लूटे गये पांच मोबाइल, गिरफ्तार लोगों के द्वारा प्रयोग में लाये जा रहे दो मोबाइल फोन .
बानो जंगल में लिया प्रशिक्षण : गिरफ्तार उग्रवादियों ने बताया कि उन्होंने गुमला जिला के बानो जंगल में जाकर पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप और कमांडर जिदन गुड़िया के नेतृत्व में ट्रेनिंग ली. प्रशिक्षण देनेवाला सिंह जी नाम का एक उग्रवादी था. जंगल में करीब दो माह तक प्रशिक्षण दिया गया.