पहल: सरकार चलायेगी नि:शुल्क कोचिंग, जिला स्कूल में शुरू होगा सुपर 40
रांची: राज्य में सुपर थर्टी की तर्ज पर सरकार सुपर फोर्टी की शुरुआत करने जा रही है. इसके माध्यम से सरकार राज्य के मेधावी बच्चों को नि:शुल्क मेडिकल व इंजीनियरिंग की तैयारी करायेगी़ सुपर फोर्टी के लिए राज्य भर के 40 बच्चों का चयन किया जायेगा़. स्कूली शिक्षा व साक्षारता विभाग द्वारा इसका प्रस्ताव तैयार […]
रांची: राज्य में सुपर थर्टी की तर्ज पर सरकार सुपर फोर्टी की शुरुआत करने जा रही है. इसके माध्यम से सरकार राज्य के मेधावी बच्चों को नि:शुल्क मेडिकल व इंजीनियरिंग की तैयारी करायेगी़ सुपर फोर्टी के लिए राज्य भर के 40 बच्चों का चयन किया जायेगा़.
स्कूली शिक्षा व साक्षारता विभाग द्वारा इसका प्रस्ताव तैयार किया गया है़ सभी जिला मुख्यालय में टेस्ट परीक्षा का आयोजन होगा. टेस्ट में वर्ष 2016 में मैट्रिक परीक्षा में शामिल होनेवाले परीक्षार्थी शामिल होंगे़ गणित, विज्ञान व अंगरेजी की परीक्षा ली जायेगी़ टेस्ट में सरकारी विद्यालय में पढ़नेवाले परीक्षार्थी ही शामिल हो पायेंगे़ कोचिंग जिला स्कूल में शुरू की जायेगी. चयनित विद्यार्थी प्लस टू की पढ़ाई भी जिला स्कूल में करेंगे़ उनका नामांकन जिला स्कूल में कराया जायेगा़ विद्यार्थियाें के रहने की व्यवस्था भी जिला स्कूल में की जायेगी़ कोचिंग के लिए विद्यार्थियों से कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा़ मैट्रिक रिजल्ट के पूर्व विद्यार्थियों के चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी़.
क्यों लिया गया निर्णय
मेडिकल व इंजीनियरिंग की परीक्षा में झारखंड एकेडमिक काउंसिल बोर्ड के परीक्षार्थी पिछड़ रहे थे़ आइआइटी समेत अन्य राष्ट्रीय स्तर के इंजीनियरिंग व मेडिकल परीक्षा में जैक बाेर्ड से पास विद्यार्थियों की संख्या काफी कम होती है. सरकार ने इन प्रतियोगी परीक्षाओं में जैक बोर्ड के विद्यार्थियों का प्रदर्शन बेहतर करने के लिए कोचिंग शुरू करने का निर्णय लिया है़
विशेषज्ञ शिक्षकों का तैयार होगा पैनल
कोचिंग में कक्षा लेने के लिए विशेषज्ञ शिक्षकों का पैनल तैयार किया जायेगा़ इसमें राजधानी के कोचिंग संस्थान के शिक्षकों के साथ-साथ सरकारी व निजी विद्यालय के शिक्षक को भी शामिल किया जायेगा़ इसके लिए विभाग के स्तर से कुछ कोचिंग संचालकों से बात की गयी है़ कुछ कोचिंग संचालकों ने अपनी सेवा देने पर सहमति दी है़
जिलों में शुरू हुई है कोचिंग
स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने वित्तीय वर्ष 2015-16 में सभी जिलों में कोचिंग शुरू की है़ कोचिंग में 11वीं के चयनित विद्यार्थियों को मेडिकल व इंजीनियरिंग की तैयारी करायी जा रही है़ शिक्षकों को प्रति कक्षा के हिसाब से मानदेय का भुगतान किया जाता है़ विद्यार्थियों को पोशाक, बैग, कॉपी व अन्य पाठ्य सामग्री उपलब्ध करायी गयी है़ राज्य स्तर के अलाव जिलों में कोचिंग संचालन जारी रहेगा़