बेटियों ने पिता की अर्थी को दिया कंधा
ओरमांझी: कुल्ही गांव निवासी सुरसा महतो (72) के निधन पर उनकी अर्थी को चार पुत्रियों ने कंधा दिया. सुरसा महतो का निधन बीती रात हो गया था. उसके इकलौते पुत्र धीरजू महतो व पत्नी का निधन दो वर्ष पहले ही हो चुका है. इसके अलावा चार पुत्रियां हैं. सभी का विवाह हो चुका है. सोमवार […]
ओरमांझी: कुल्ही गांव निवासी सुरसा महतो (72) के निधन पर उनकी अर्थी को चार पुत्रियों ने कंधा दिया. सुरसा महतो का निधन बीती रात हो गया था. उसके इकलौते पुत्र धीरजू महतो व पत्नी का निधन दो वर्ष पहले ही हो चुका है. इसके अलावा चार पुत्रियां हैं. सभी का विवाह हो चुका है.
सोमवार को जब पिता की मौत की खबर सुन कर चारों बेटियां घर पहुंचीं, तो पता चला कि अन्य रिश्तेदारों बिरजू महतो, चरका महतो, अरज लाल महतो व सुकर महतो व पूरन महतो ने एक वर्ष पूर्व ही उनकी पूरी जमीन-जायदाद अपने नाम करा ली है. इस बात को लेकर घर पर नोंक-झोंक भी हुई.
बाद में चारों बेटियों पार्वती देवी, रितन देवी, रूसनी देवी व रीता देवी ने निर्णय लिया कि घर पर ही पिता के शव को दफनाया जाये, पर प्रशासन ने समझाया और श्मशान में दफनाने को कहा. तब चारों बहनें पिता की अर्थी को कंधा देकर श्मशान ले गयीं. वहां पर हिंदू रीति-रिवाज से शव का अंतिम संस्कार किया गया. पुत्री रीता देवी ने मुखाग्नि दी. मौके पर गांव के कई लोग मौजूद थे.