बोकारो के रेलवे ठेकेदार व व्यवसायी वीरेंद्र सिंह हत्याकांड, हत्या के सूत्रधार को 18 दिन रख कर छोड़ा, अब फिर तलाश रही है पुलिस

रांची: रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र सिंह हत्याकांड में जिस आरजू मल्लिक को पुलिस ने 18 दिन तक हिरासत में रख कर छोड़ दिया, अब उसी की तलाश कर रही है. क्योंकि हत्या को लेकर गिरफ्तार किये गये अपराधियों ने आरजू मल्लिक का नाम सूत्रधार के रूप में लिया है. 27 जनवरी को अपराधियों ने रेलवे ठेकेदार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 22, 2016 6:33 AM
रांची: रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र सिंह हत्याकांड में जिस आरजू मल्लिक को पुलिस ने 18 दिन तक हिरासत में रख कर छोड़ दिया, अब उसी की तलाश कर रही है. क्योंकि हत्या को लेकर गिरफ्तार किये गये अपराधियों ने आरजू मल्लिक का नाम सूत्रधार के रूप में लिया है. 27 जनवरी को अपराधियों ने रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र सिंह की हत्या गोली मारकर कर दी थी. वीरेंद्र सिंह की हत्या की साजिश आरजू मल्लिक ने रची थी. इस बात की सूचना बोकारो पुलिस को पहले से थी. लेकिन पुलिस वीरेंद्र सिंह को सुरक्षा नहीं दे सकी.

हत्या के बाद पुलिस ने आरजू मल्लिक को 18 दिन तक पुलिस हिरासत में रखा. लेकिन पुलिस न तो उसे तोड़ सकी और न ही उसके खिलाफ साक्ष्य जुटा पायी. जिस एजेंसी ने बोकारो पुलिस को यह सूचना दी थी कि वीरेंद्र सिंह की हत्या होनेवाली है, उसी एजेंसी ने यह भी जानकारी दी थी कि हत्या की साजिश माराफारी थाना क्षेत्र के अारजू मल्लिक ने रची है.

लेकिन पुलिस सब कुछ जानते हुए आरजू मल्लिक के खिलाफ साक्ष्य नहीं जुटा पायी. जानकारी के मुताबिक बोकारो पुलिस ने वीरेंद्र सिंह की हत्या में शामिल तीन शूटर मुन्ना कुमार, भूषण कुमार, मनोज पासवान समेत चार अपराधियों को नौ मार्च को गिरफ्तार किया. तीनों ने पुलिस को बताया कि वीरेंद्र सिंह की हत्या के लिए आरजू मल्लिक ने ही दो लाख रुपये देने का वादा किया था. हत्या से पहले 20 हजार रुपये और पिस्तौल व गोली दी थी. अपराधियों के इस बयान के बाद बोकारो पुलिस ने आरजू मल्लिक की खोज फिर से शुरू कर दी है. लेकिन आरजू मल्लिक फरार हो गया है.

घटनाक्रम
24 जनवरी : मुख्यालय ने बोकारो पुलिस को सूचना दी कि अपराधियों ने वीरेंद्र सिंह की हत्या की योजना बनायी है. यह भी बताया कि हत्या की योजना आरजू मल्लिक ने बनायी है.
27 जनवरी : अपराधियों ने वीरेंद्र सिंह की हत्या कर दी.
28-29 जनवरी : बोकारो पुलिस ने आरजू मल्लिक को हिरासत में लिया.
16-17 फरवरी : 18-19 दिन हिरासत में रखने के बाद पुलिस ने आरजू मल्लिक को छोड़ दिया.
09 मार्च : पुलिस ने मुन्ना कुमार, भूषण कुमार, मनोज पासवान व रविकुमार चौधरी को गिरफ्तार किया. अपराधियों ने बताया कि हत्या के लिए अारजू मल्लिक ने ही सुपारी दी थी.

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