दूसरे की जमीन दिखा ले ली नौकरी
रांची: सीसीएल के बोकारो एंड करगली (बीएंडके) एरिया में दूसरे की जमीन को अपना बता कर आठ लोगों ने नौकरी ले ली है. इसकी पुष्टि कंपनी से करायी गयी जांच में भी हुई है, मुख्यालय ने बीएंडके एरिया को पत्र लिख कर सभी को निलंबित करते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए लिखा है. इसके बावजूद […]
रांची: सीसीएल के बोकारो एंड करगली (बीएंडके) एरिया में दूसरे की जमीन को अपना बता कर आठ लोगों ने नौकरी ले ली है. इसकी पुष्टि कंपनी से करायी गयी जांच में भी हुई है, मुख्यालय ने बीएंडके एरिया को पत्र लिख कर सभी को निलंबित करते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए लिखा है.
इसके बावजूद भी इन पर कार्रवाई नहीं हो रही है. जिनकी जमीन दिखा कर नौकरी ली गयी थी, उसे नौकरी देने का निर्णय कंपनी ने किया है, लेकिन उसे नौकरी नहीं मिली है. इस मामले में पेटरवार को लालू केवट लड़ाई लड़ रहे हैं.
1989-90 से चल रहा है मामला
1989-90 में बीएंडके एरिया में सीसीएल ने कंपनी के लिए जमीन का अधिग्रहण किया था. इसमें जमुना लाल केवट की साढ़े तीन एकड़ जमीन भी गयी थी. श्री केवट को जमीन के बदले मुआवजा भी मिला था. नियमत: एक परिजनों को नौकरी भी देनी थी. श्री केवट का नौकरी के लिए इंटरव्यू हुआ. इसमें उसे छांट दिया गया. उसकी जमीन के हिस्से को आठ लोगों में अधिकारियों ने मिली भगत दिखा कर बांट दिया. बंटे हुए हिस्से से आठ लोगों की जमीन को दो-दो एकड़ पूरा कर नौकरी दे गयी थी. इसमें दिनेश प्रसाद नायक, विभूति मंडल, भगवान दास नायक, मोहन नायक, राधो ठाकुर, श्रीवास्तव शर्मा व हरि प्रसाद नायक हैं.
बेटे ने दिया है नौकरी का आवेदन
जमुना केवट के बेटे लालू केवट ने नौकरी के लिए आवेदन दिया है. लालू केवट ने गलत ढंग से नौकरी लेने की शिकायत राष्ट्रपति सचिवालय, कोयला मंत्रलय, स्थानीय विधायक के साथ-साथ सीसीएल के निगरानी व सीएमडी को भी दी है.