सूचना प्रौद्योगिकी से सभी भाषाओं का होगा विकास

पिस्कानगड़ी: केंद्रीय तसर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान में गुरुवार को सूचना प्रौद्योगिकी एवं राजभाषा विषय पर प्रेरक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें संस्थान के 42 वैज्ञानिकों व अधिकारियों ने भाग लिया. संगोष्ठी का उदघाटन करते हुए संस्थान के निदेशक डॉ आलोक सहाय ने कहा कि भारत सरकार के डिजीटल इंडिया मिशन को सफल बनाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 1, 2016 1:40 AM
पिस्कानगड़ी: केंद्रीय तसर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान में गुरुवार को सूचना प्रौद्योगिकी एवं राजभाषा विषय पर प्रेरक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें संस्थान के 42 वैज्ञानिकों व अधिकारियों ने भाग लिया. संगोष्ठी का उदघाटन करते हुए संस्थान के निदेशक डॉ आलोक सहाय ने कहा कि भारत सरकार के डिजीटल इंडिया मिशन को सफल बनाने में राजभाषा के क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी का अधिक महत्व है.

अपने कार्य से हमें जनसामान्य को लाभान्वित करने के लिए इसका भरपूर उपयोग करना चाहिए. विकास के लिए हमारा कार्य पूर्ण रूप से जनहित से जुड़ा है. इसे जनसामान्य की भाषा में जानकारी उपलब्ध करानी होगी. संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रांची कॉलेज के हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ यशोधरा राठौर ने बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से हिंदी सहित सभी भाषाओं का विकास होगा.

उन्होंने कहा कि डिजीटल इंडिया के माध्यम से भाषाओं की प्रगति तो होगी ही जनमानस भी इससे विशेष लाभ उठा सकेंगे. संगोष्ठी का संचालन करते हुए राजभाषा विभाग के सहायक निदेशक सुरेंद्र कुमार उपाध्याय ने सूचना प्रौद्योगिकी के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी. इस अवसर पर वरिष्ठ वैज्ञानिक संजीव कुमार सिन्हा, डॉ अजीत कुमार सिन्हा, डॉ वीपी गुप्ता, जेएमएस खान, डॉ जीपी सिन्हा, डॉ केपी राय सहित कई वैज्ञानिक व पदाधिकारी उपस्थित थे.

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