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पानी टॉल फ्री नंबर का केबल कटा

पानी टॉल फ्री नंबर का केबल कटा-बीएसएनएल महाप्रबंधक से पेयजल विभाग ने जल्द ठीक कराने का किया आग्रह-टॉल फ्री नंबर है 1800345602-वैकल्पिक नंबर है 9470176901वरीय संवाददातारांची. पेयजल विभाग के टॉल फ्री नंबर का केबल कट गया है, जिसकी वजह से चार अप्रैल से टॉल फ्री नंबर पर कॉल नहीं हो पा रहा है. पेयजल विभाग […]

पानी टॉल फ्री नंबर का केबल कटा-बीएसएनएल महाप्रबंधक से पेयजल विभाग ने जल्द ठीक कराने का किया आग्रह-टॉल फ्री नंबर है 1800345602-वैकल्पिक नंबर है 9470176901वरीय संवाददातारांची. पेयजल विभाग के टॉल फ्री नंबर का केबल कट गया है, जिसकी वजह से चार अप्रैल से टॉल फ्री नंबर पर कॉल नहीं हो पा रहा है. पेयजल विभाग प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट(पीएमयू) के मुख्य अभियंता रमेश प्रसाद ने बीएसएनएल के महाप्रबंधक से अविलंब केबल ठीक कराने का आग्रह किया है. उन्होंने लिखा है कि राज्य में पेयजल संकट को देखते हुए यह जरूरी है कि टॉल फ्री नंबर को अविलंब ठीक किया जाये. विभाग द्वारा वैकल्पिक मोबाइल नंबर (9470176901)भी जारी किया गया है. एक अप्रैल से ही टॉल फ्री नंबर पर शिकायतें ली जा रही हैं. पीएमयू में टीम सुबह आठ बजे से रात के आठ बजे तक रहती है. शिफ्ट वाइज ड्यूटी बांटी गयी है. इसके अलावा विभाग द्वारा सभी क्षेत्रीय पदाधिकारियों का नंबर भी जारी किया गया है, ताकि कहीं भी चापानल खराब होने की स्थिति में अविलंब ठीक किया जा सके. हर दिन हजार शिकायतें आ रही हैंपीएमयू में प्रतिदिन एक हजार से अधिक शिकायतें चापानल खराब होने की आ रही है. एक अप्रैल से छह अप्रैल तक कुल 3170 चापानल खराब होने की शिकायतें आयी हैं, जिसमें से 3067 चापानलों को ठीक कर दिया गया. एक अप्रैल को 987 शिकायतों में से 943, दो अप्रैल को 1091 शिकायतों में से 1054 तथा चार अप्रैल को 1092 शिकायतों में से 1070 का निष्पादन किया गया. वैकल्पिक व्यवस्था पर ध्यान दिया जा रहा है : मंत्री पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि पानी के वैकल्पिक व्यवस्था पर ध्यान दिया जा रहा है. जल संकट से निबटने के लिए अधिकारियों को मुस्तैद कर दिया गया है. जहां कहीं से भी शिकायतें आ रही हैं, तत्काल वहां वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है. स्थानीय जन प्रतिनिधियों को भी जल संकट से निबटने में सहयोग की अपील की गयी है. लोगों को पानी उपलब्ध हो, इसके लिए हर स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं.

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