वश्विवद्यिालयों में इनक्यूबेशन सेंटर खोलने के लिए आवेदन 30 तक
विश्वविद्यालयों में इनक्यूबेशन सेंटर खोलने के लिए आवेदन 30 तक रांची. राज्य के सभी विश्वविद्यालयों व तकनीकी शैक्षणिक संस्थानों में स्टार्ट अप के लिए इनक्यूबेशन सेंटर खोले जायेंगे. जहां स्टार्टअप अपने बिजनेस आइडिया को लेकर जायेंगे और उन्हें वहां तकनीकी सहायता मिलेगी. इस मुद्दे को लेकर छह अप्रैल को आइटी सचिव सुनील बर्णवाल ने विश्वविद्यालयों […]
विश्वविद्यालयों में इनक्यूबेशन सेंटर खोलने के लिए आवेदन 30 तक रांची. राज्य के सभी विश्वविद्यालयों व तकनीकी शैक्षणिक संस्थानों में स्टार्ट अप के लिए इनक्यूबेशन सेंटर खोले जायेंगे. जहां स्टार्टअप अपने बिजनेस आइडिया को लेकर जायेंगे और उन्हें वहां तकनीकी सहायता मिलेगी. इस मुद्दे को लेकर छह अप्रैल को आइटी सचिव सुनील बर्णवाल ने विश्वविद्यालयों के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में रांची विवि, सिद्धू-कान्हो विवि, बीआइटी मेसरा, बीआइटी सिंदरी, एनआटी जमशेदपुर, आइआइएम रांची और आइएसएम धनबाद के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. सचिव ने बताया कि झारखंड सरकार राज्य में इंक्यूबेशन सेंटर के जरिये स्टार्ट अप बिजनेस की शुरुआत करेगी. इन सेंटरों में स्टार्टअप बिजनेस शुरू करनेवाले उत्साही युवक-युवतियों को आधारभूत संरचना और अन्य चीजें छह माह तक मुफ्त उपलब्ध करायी जायेगी. सरकार का मानना है कि रांची में सेंट्रलाइज्ड इंक्यूबेशन सेंटर भी होगा और सभी संस्थानों मेंं इसे बनवाया जायेगा. इन सेंटरों में विश्वविद्यालय अथवा तकनीकी संस्थानों में पढ़ने वाले कुल छात्रों में से एक प्रतिशत छात्रों को स्टार्टअप बिजनेस शुरू करने के लिए प्रेरित किया जायेगा. सरकार ऐसे उद्यमियों की कंपनी का निबंधन कराने से लेकर मार्केटिंग, प्रचार-प्रसार कराने का खर्च भी वहन करेगी. कंपनी में पांच प्रतिशत हिस्सेदारी सलाहकारों को दी जायेगी. सलाहकार में भारतीय प्रबंधन संस्थान, आइआइटी के प्रोफेसर, बड़े उद्योगपति और अन्य को जगह दी जायेगी. ये स्टार्ट अप बिजनेस के संचालकों को अपनी विशेषज्ञता के साथ-साथ उद्योग की जरूरतों की सलाह देंगे. सचिव ने इनक्यूबेशन सेंटर खोलने के लिए सभी संस्थानों को आवेदन देने का निर्देश दिया है. आवेदन देने की अंतिम तिथि 30 अप्रैल तक है.