मीडिया से बात करते हुए प्रत्युषा के ममेरे भाई रोहन कांजीलाल ने कहा कि प्रत्युषा की डेड बॉडी को देखने के बाद यह साफ होता है कि उसने आत्महत्या नहीं की है. कैंडल मार्च में प्रत्युषा की मौसी एस रॉय, उनकी बेटी रिशिता, तन्मय मुखर्जी, रोहित राय सहित आदि शामिल थे. इनके अलावा शहर के रंगकर्मी अमित दास, रविकांत मिश्रा, मोहम्मद निजाम, प्रेम, बबलू, राजेश, सौरव सुमन झा, राजू मित्रा सहित बड़ी संख्या में कॉलेज की छात्राएं भी मौजूद थीं.
झारखंड छात्र मोरचा ने भी बुधवार को कैंडल मार्च निकाला. इससे पूर्व गोलमुरी गोलचक्कर पर सभा कर प्रत्युषा को श्रद्धांजलि दी गयी. मोरचा ने महाराष्ट्र सरकार से प्रत्युषा की मौत मामले की सीबआइ जांच कराने व दोषियों को सजा देने की मांग की. कार्यक्रम में मोरचा के नगर अध्यक्ष अरुण मुर्मू, उपाध्यक्ष जगराज सिंह, सुनील गुप्ता, प्रेम प्रकाश दुबे, रजनी दास, पप्पू यादव, रानू, मनीष तिवारी, मंटू सिंह, जयनारायण मुंडा आदि मौजूद थे.