गबन के आरोप में कार्यपालक अभियंता निलंबित

गबन के आरोप में कार्यपालक अभियंता निलंबित रांची़ चापानल लगाने का फरजी बिल बना कर लाखों रुपये गबन करने के आरोप में पेयजल विभाग के प्रभारी कार्यपालक अभियंता नजरे इमाम (पेयजल व स्वच्छता प्रमंडल आदित्यपुर) को निलंबित कर दिया गया है. उक्त कार्रवाई जल संसाधन, पेयजल व स्वच्छता मंत्री चंद्र प्रकाश चौधरी ने की. जांच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 7, 2016 10:07 PM

गबन के आरोप में कार्यपालक अभियंता निलंबित रांची़ चापानल लगाने का फरजी बिल बना कर लाखों रुपये गबन करने के आरोप में पेयजल विभाग के प्रभारी कार्यपालक अभियंता नजरे इमाम (पेयजल व स्वच्छता प्रमंडल आदित्यपुर) को निलंबित कर दिया गया है. उक्त कार्रवाई जल संसाधन, पेयजल व स्वच्छता मंत्री चंद्र प्रकाश चौधरी ने की. जांच में सभी आरोप सही पाये गये़ क्या है आरोपश्री इमाम पर सड़े राइजर पाइप को नहीं बदलने, जलापूर्ति प्रभावित करने, निर्देशों का उल्लंघन कर बगैर काम कराये भुगतान करने, अनुसूचित जनजाति के प्रति रवैया ठीक नहीं रखने व ठेकेदारों से मिल कर फरजी तरीके से चापानल लगाने के नाम पर लाखों रुपये की अवैध निकासी करने का आरोप है. इसके अलावा कई आरोप है़ नजरे इमाम ने यह कार्य गढ़वा व जमशेदपुर में कार्यपालक अभियंता के रूप में पदस्थापित रहने के दौरान किया. इनकी निलंबन अवधि में अधीक्षण अभियंता (सिविल) रांची को कार्यालय में रोज हाजिरी देनी होगी. नजरे ईमाम ने आदित्यपुर में भी इसी तरह की गड़बड़ी की. इस मामले में सरायकेला-खरसावां के उपायुक्त ने भी कार्रवाई की अनुशंसा विभाग से की है. भ्रष्टाचार में लिप्त अभियंताओं को छोड़ा नहीं जायेगा : मंत्रीमंत्री श्री चौधरी ने इस मामले में संबंधित ठेकेदारों के खिलाफ भी कार्रवाई करने का फरमान सुनाया है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त अभियंताओं को छोड़ा नहीं जायेगा. मौजूदा गरमी के मौसम में जिस अभियंता को जो जिम्मेवारी मिली है, उसमें किसी तरह की लापरवाही करने व अनियमितता बरतने पर कार्रवाई होगी. जल संकट से निबटने के लिए 167.49 करोड़ की राशि सभी जिलों को भेज दी गयी है. इसमें आकस्मिक निधि के तौर पर जिलों को आवंटित 32 करोड़ की राशि भी शामिल है.

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