पुलिसकर्मियों के आश्रितों को नहीं मिल रही नौकरी

पुलिसकर्मियों के आश्रितों को नहीं मिल रही नौकरीसरकार के पत्र के बाद पुलिस मुख्यालय की अनुकंपा समिति नहीं ले रही नियुक्ति का फैसलाकरीब 100 पुलिसकर्मियों के आश्रित को है नियुक्ति का इंतजारवरीय संवाददाता, रांचीपुलिसकर्मियों के आश्रित को नौकरी देने के मामले में पुलिस मुख्यालय की अनुकंपा समिति कोई फैसला नहीं ले रही है. सरकार के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2016 12:00 AM

पुलिसकर्मियों के आश्रितों को नहीं मिल रही नौकरीसरकार के पत्र के बाद पुलिस मुख्यालय की अनुकंपा समिति नहीं ले रही नियुक्ति का फैसलाकरीब 100 पुलिसकर्मियों के आश्रित को है नियुक्ति का इंतजारवरीय संवाददाता, रांचीपुलिसकर्मियों के आश्रित को नौकरी देने के मामले में पुलिस मुख्यालय की अनुकंपा समिति कोई फैसला नहीं ले रही है. सरकार के एक पत्र के बाद यह स्थिति उत्पन्न हुई है, जिसमें कहा गया है कि अनुकंपा के तहत दो स्तर पर ही नियुक्ति पत्र दिये जाने का फैसला लिया जा सकता है. एक जिला स्तर पर डीसी की अध्यक्षता में गठित समिति और दूसरी राज्य सरकार के स्तर पर गठित समिति. पहले पुलिस मुख्यालय में गठित अनुकंपा समिति की बैठक में पुलिसकर्मियों के आश्रितों को नौकरी दिये जाने का फैसला लिया जाता था, लेकिन इस पत्र के जारी होने के बाद बैठकें नहीं हो रही हैं. करीब 100 पुलिसकर्मियों के आश्रित को नौकरी दिये जाने का फैसला नहीं लिया जा सका है. जिला स्तर पर गठित अनुकंपा समिति सिपाही की नियुक्ति नहीं कर सकती, क्योंकि इस समिति को 1900 रुपये तक के ग्रेड-पे में ही नियुक्ति पत्र जारी करने का अधिकार है. सिपाही के पद का ग्रेड-पे 2400 व 2800 है. 2007 में मिला था अधिकारजानकारी के मुताबिक झारखंड बनने के बाद पुलिस मुख्यालय द्वारा अनुकंपा समिति की बैठक कर आश्रितों को नौकरी दी जाती थी. वर्ष 2007 में एक मामले में जब मुख्यालय ने सरकार ने मार्गदर्शन मांगा, तब सरकार ने पुलिस मुख्यालय की अनुकंपा समिति पर सवाल उठाया था. जिसके बाद सरकार के स्तर से एक अलग आदेश जारी किया गया था, जिसमें पुलिस मुख्यालय को अनुकंपा समिति की बैठक कर नियुक्ति का आदेश जारी करने का अधिकार दिया गया था.

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