ये हैं मुखिया पुष्पा, बदल रही गांव की तसवीर

ये हैं मुखिया पुष्पा, बदल रही गांव की तसवीर खूंटी जिला में रिकॉर्ड मतों से जीता है चुनाव फोटो आधी आबादी में पुष्पा नाम से लाइफ रिपोर्टर @ रांची पुष्पा आइंद ने पंचायत चुनाव में खूंटी जिला से रिकॉर्ड वोटों से जीत हासिल की है. वह अभी कर्रा ब्लॉक की उडीकेल पंचायत की मुखिया हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2016 12:00 AM

ये हैं मुखिया पुष्पा, बदल रही गांव की तसवीर खूंटी जिला में रिकॉर्ड मतों से जीता है चुनाव फोटो आधी आबादी में पुष्पा नाम से लाइफ रिपोर्टर @ रांची पुष्पा आइंद ने पंचायत चुनाव में खूंटी जिला से रिकॉर्ड वोटों से जीत हासिल की है. वह अभी कर्रा ब्लॉक की उडीकेल पंचायत की मुखिया हैं. पुष्पा कहती हैं कि यह जीत समाज के प्रति किये गये कार्यों का परिणाम है. ये जीत सामाजिक योगदान के कारण मिली है़ पुष्पा नक्सल क्षेत्र में बेखौफ और निडर होकर काम कर रही है़ं पिछली बार पंचायत चुवान में 40 मतों से हार गयी थी़ इस बार 1958 वोटों से जीत हासिल की. पुष्पा मिहिया गांव में स्थित अपने मिट्टी के घर में रहती हैं. वह शुरुआत में पीठ पर अपने दोनों बच्चों को बांध कर साइकिल से गांव-गांव घूमती थीं. हमेशा गांव के विकास के लिए काम करती रहीं. आज अपने परिवार की भी पूरी जिम्मेदारी निभा रही हैं. उनके पति बीमार हैं. बिस्तर पर पड़े रहते हैं. नवजात बच्ची को लिया गोद पुष्पा शुरू से ही गांव के लोगों की मदद करती आ रही हैं. गांव में बननेवाले स्वयं सहायता समूह के प्रति काफी रुचि रखती थी़ं 2005 में गांव में एक फैक्ट्री लग रही थी़ उस समय गांववालों ने इनकी अगुवाई में ही जमीन अधिग्रहण का विरोध किया. गांव की लड़ाई में पुष्पा ने घर-परिवार की परवाह नहीं की़ इसी दौरान लू के कारण उनकी बेटी की मौत हो गयी. इसके बाद एक नवजात बच्ची को गोद ले लिया. आज इलाके की महिलाएं पुष्पा को प्रेरणा स्रोत मानती है़ं …………..महिलाओं का बना रही हैं आत्मनिर्भर पुष्पा आइंद पंचायत में महिलाओं का स्वयं सहायतस समूह बना कर सबको आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश कर रही हैं. बचत करना, अनपढ़ महिलाआें को हस्ताक्षर करना सीखा रही है़ं साथ ही सूखे की समस्या को दूर करने के लिए खराब चपानल और पुराने कुआं की मरम्मत भी करा रही है़ं कहती हैं पुष्पा पिछले पंचायती चुनाव के दौरान मेरे सामने काफी चुनौतियां सामने आयी़ चुनाव प्रचार के दौरान काफी मेहनत करनी पड़ी़ चुनाव लड़ी, लेकिन सिर्फ 40 वोट से हार गयी़ इस बार दबाव के बावजूद में खूंटी जिला से रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की है़ अब मेरा एक मात्र लक्ष्य पंचायत का विकास करना है़

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