पूर्व डीआइजी की जमीन पर बिल्डरों ने किया कब्जा
रांची : पूर्व डीआइजी स्वर्गीय उपेंद्र शर्मा की जमीन (पंडरा बस्ती स्थित डीआइजी कोठी ) पर कुछ भू-माफियाआें ने कब्जा कर लिया है़ उनके पुत्र ज्ञान रत्न शर्मा कई बार पंडरा पुलिस से लेकर वरीय पुलिस अधिकारियों तक इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई भी उनकी बात नहीं सुन रहा है़ पंडरा पुलिस ने […]
रांची : पूर्व डीआइजी स्वर्गीय उपेंद्र शर्मा की जमीन (पंडरा बस्ती स्थित डीआइजी कोठी ) पर कुछ भू-माफियाआें ने कब्जा कर लिया है़ उनके पुत्र ज्ञान रत्न शर्मा कई बार पंडरा पुलिस से लेकर वरीय पुलिस अधिकारियों तक इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई भी उनकी बात नहीं सुन रहा है़
पंडरा पुलिस ने जमीन का मामला होने की बात कह कर ज्ञान रत्न शर्मा को एसडीओ का के पास भेज दिया, लेकिन एसडीओ से भी उन्हें कोई मदद नहीं मिली़ इधर बिल्डरों ने उन्हें कहा कि अाप आइजी, डीआइजी, एसएसपी के पास दौड़ते रहें, हमारा काम तो दारोगा, जमादार को चढ़ावा चढ़ा कर हो जाता है़
ज्ञान रत्न शर्मा का कहना है कि जब उन्हेें पता चला कि उनकी जमीन पर कब्जा किया जा रहा है, उसके बाद उन्होंने मार्च के प्रथम सप्ताह में पंडरा ओपी में आवेदन दिया था, लेकिन तत्कालीन ओपी प्रभारी शंभु प्रसाद कुशवाहा ने कोई रुचि नहीं दिखायी़ इधर बिल्डर अपना काम करते रहे़ उनलोगों ने डीआइजी कोठी की बाउंड्री तोड़ कर रास्ता बना लिया और गड्ढा खोद कर जमीन पर निर्माण कर लिया़
इतना ही नहीं गलत डीड बना कर जमीन के कुछ हिस्से पर कब्जा भी कर लिया गया है़ ज्ञान रत्न शर्मा ने बताया कि जब उन्होंने एसडीओ से शिकायत की, तो उन्होंने थाना से प्रतिवेदन भिजवाने की बात कही़ जब ज्ञान रत्न थाना का चक्कर लगाने लगे तो 16 मार्च को प्रतिवेदन(रिपोर्ट संख्या-599) पंडरा ओपी से भेज देने की बात कही गयी, लेकिन 23 मार्च तक प्रतिवेदन एसडीओ ऑफिस नहीं पहुंचा था, जिसके बाद एसडीओ कार्यालय से भी कोई कार्रवाई नहीं हुई़
2012 से न्याय के लिए लड़ रहे हैं
ज्ञान रत्न शर्मा ने पंडरा ओपी को दिये गये आवेदन में लिखा है कि वर्ष 2012 से ही जमीन पर कब्जा शुरू हो गया था़ ज्ञान रत्न शर्मा और उनका परिवार 2012 से ही न्याय के लिए लड़ रहे हैं, लेकिन उनकी मदद कोई नहीं कर रहा है़ इधर नये ओपी प्रभारी के अाने के बाद उन्हें कुछ आश्वासन मिला है, लेकिन कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया है़ वर्ष 1960 में पूर्व डीआइजी उपेंद्र शर्मा व उनके एक दोस्त ने वहां जमीन खरीदी थी और वर्तमान में डीआजी कोठी में दो बेड भवन भी बना हुआ है़