एचइसी विस्थापितों के लिए पैकेज की घोषणा गलत : बंधु
रांची. पूर्व विधायक बंधु तिर्की ने कहा है कि हाइकोर्ट में एचइसी हटिया विस्थापितों से संबंधित मामला चल रहा है. ऐसे में राज्य सरकार द्वारा विस्थापितों के लिए पैकेज की घोषणा करना गलत है. बंधु तिर्की गुरुवार को सत्यभारती में आयोजित एचइसी हटिया विस्थापित परिवार समिति के तत्वावधान में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे […]
रांची. पूर्व विधायक बंधु तिर्की ने कहा है कि हाइकोर्ट में एचइसी हटिया विस्थापितों से संबंधित मामला चल रहा है. ऐसे में राज्य सरकार द्वारा विस्थापितों के लिए पैकेज की घोषणा करना गलत है. बंधु तिर्की गुरुवार को सत्यभारती में आयोजित एचइसी हटिया विस्थापित परिवार समिति के तत्वावधान में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे. विस्थापितों ने जानकारी दी कि तिरिल गांव की 165 एकड़ जमीन पर चहारदीवारी खड़ी कर दी गयी है. इससे सौ से अधिक परिवार प्रभावित है. इसके खिलाफ हाइकोर्ट में केस फाइल की गयी है.
सामाजिक कार्यकर्ता वासवी किड़ो ने कहा कि झारखंड सरकार के दिखाने अौर खाने के दांत अलग हैं. एक तरफ वह आदिवासी जमीन की लूट रोकने की बात पर रांची में हो, खड़िया अौर संताल आदिवासियों द्वारा भूमि खरीद पर रोक लगा रखी है, वहीं 2013 के कानून का उल्लंघन कर कूटे, आनी, तिरिल, लाबेद, मुड़मा सहित 32 गांवों के खेतों का सरकार अधिग्रहण कर रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार आदिवासियों को प्रताड़ित कर रही है. इसके खिलाफ भी सरकार पर मुकदमा दायर किया जायेगा. उन्होंने कहा कि 17 अप्रैल को कुटे में विस्थापितों की बैठक होगी, जिसमें आंदोलन के संबंध में रणनीति बनायी जायेगी. मौके पर मादी उरांव, छोटू उरांव, राहुल उरांव, पवन मुंडा, संदीप प्रजापति आदि थे़