नक्सलियों ने हासिल किये दो मोर्टार और एक एके-74 एसॉल्ट राइफल
रांची : नक्सली जोनल कमांडर राम मोहन मुंडा के स्वीकारोक्ति बयान के अनुसार दक्षिणी छोटानागपुर जोन में सक्रिय नक्सलियों ने दो मोर्टार हासिल कर लिये हैं. संगठन के पास दो एलएमजी और एक एके-74 राइफल भी है. इसके अलावा संगठन के पास आठ अतिरिक्ति एके-47 राइफल और भारी मात्रा में विस्फोटक है. इसे सारंडा और […]
रांची : नक्सली जोनल कमांडर राम मोहन मुंडा के स्वीकारोक्ति बयान के अनुसार दक्षिणी छोटानागपुर जोन में सक्रिय नक्सलियों ने दो मोर्टार हासिल कर लिये हैं. संगठन के पास दो एलएमजी और एक एके-74 राइफल भी है. इसके अलावा संगठन के पास आठ अतिरिक्ति एके-47 राइफल और भारी मात्रा में विस्फोटक है. इसे सारंडा और पारसनाथ के जंगल में छिपा कर रखा जाता है. पुलिस द्वारा राम मोहन से पूछताछ के आधार पर तैयार किये स्वीकारोक्ति बयान के अनुसार दक्षिणी छोटानागपुर जोन (डी जोन ) का प्रमुख मोतीलाल सोरेन उर्फ अनल दा है.
दक्षिणी छोटानागपुर जोन को चार सब जोन में बांटा गया है. जिसमें सारंडा, पोड़ाहाट, बंडू- चांडिल, सिल्ली- कसमार का इलाका शामिल है. किस सबजोन में कितने नक्सली हैं, किस पद पर हैं, उनके पास कौन-कौन से हथियार हैं, इसके बारे में भी राम मोहन ने पुलिस को जानकारी दी है. उसने संगठन को सहयोग पहुंचानेवाले समर्थक के बारे में भी जानकारी दी है. इसके अलावा भी राम मोहन ने विभिन्न घटनाओं में शामिल नक्सली के बारे में पुलिस को जानकारी दी है. जिसके आधार पर पुलिस आगे जांच कर रही है.
बड़े नक्सली जो शामिल थे कोल्हान की बैठक में : राम मोहन मुंडा के स्वीकारोक्ति बयान के अनुसार कोल्हान क्षेत्र के जंगल में 10 फरवरी से लेकर 12 फरवरी तक बैठक हुई है. बैठक में कई बड़े नक्सली शामिल हुए थे, जिनमें राकेश, विवेक, विजय, वीरसेन, बिरेन, चंदन, बोयदा, रितेश, प्रदीप, सरस्वती, शीतल, रोशन, हेमंत, गुलशन, बिनियास, नैना और नेपाली के अलावा अन्य नक्सली शामिल हुए थे.
लौटने के दौरान ही घाघरा बेड़ा में पुलिस के साथ 18 फरवरी को मुठभेड़ हुई थी, जिनमें सरस्वती, शीतल, रोशन और हेमंत मारे गये, जबकि रितेश चंदन, बिरने और प्रदीप घायल हो गये. घायल सभी लोग योगी टोला पहुंचे, जहां पार्टी के एक समर्थक झोला छाप डॉक्टर ने सबका इलाज किया.