बरसात से पहले हटिया और कांके डैम किये जायेंगे गहरे

प्रयास. सीएम रघुवर दास ने किया निरीक्षण, दिया आदेश रांची में जल संकट गहरा गया है. मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लिया है. अधिकारियों को हटिया और कांके डैम को गहरा करने का निर्देश दिया है. रांची : रांची में लगातार गहरा रहे जल संकट को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गंभीरता से लिया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2016 6:11 AM
प्रयास. सीएम रघुवर दास ने किया निरीक्षण, दिया आदेश
रांची में जल संकट गहरा गया है. मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लिया है. अधिकारियों को हटिया और कांके डैम को गहरा करने का निर्देश दिया है.
रांची : रांची में लगातार गहरा रहे जल संकट को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गंभीरता से लिया है. शनिवार को मुख्यमंत्री निरीक्षण करने कांके और हटिया डैम पहुंचे. दोनों डैम के घटते जल स्तर पर गंभीर चिंता जतायी. उन्होंने निरीक्षण के दौरान मौजूद अधिकारियों को तत्काल इन दोनों डैम को गहरा करवाने का निर्देश दिया. काम जल्द से जल्द शुरू करने को कहा.
विभागीय स्तर पर करायें काम : मुख्यमंत्री ने मौजूद अधिकारियों को कहा कि टेंडर आदि की प्रक्रिया में देरी होगी. इसलिए दोनों जलाशयों को गहरा करने का काम विभागीय स्तर पर किया जाये. मॉनसून के आने में अभी करीब दो माह का समय है. ऐसे में जेसीबी मशीन लगा कर दोनों डैम को और गहरा किया जाये.
समयबद्ध तरीके से काम करें : सीएम ने कहा कि 30 अप्रैल को वह फिर से दोनों डैम का निरीक्षण करेंगे. इस दौरान दोनों के गहरा किये जाने संबंधी कार्य की प्रगति की जानकारी लेंगे. उन्होंने पेयजल विभाग के सचिव एपी सिंह, नगर निगम के नगर आयुक्त प्रशांत कुमार व संबंधित विभाग के अफसरों को निर्देश दिया कि आनेवाले 30 साल को ध्यान में रख कर रांची में पेयजल से संबंधित कार्य योजना तैयार करें.
शहर की आबादी और जरूरत तेजी से बढ़ रही है. इसे देखते हुए सभी जलाशयों को गहरा करें. बरसात का पानी बह कर न निकल जाये, इसके लिए कार्य योजना बना कर समयबद्ध तरीके से काम करें. उन्होंने कहा : 2017 में लोगों को पानी की दिक्कत का सामना न करना पड़े, इसके लिए अभी से काम करने की जरूरत है. निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री के साथ संबंधित विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे.
अधिकारियों को दिये निर्देश
बरसात का पानी बह कर न निकले, इसके लिए काम करें
रांची की आबादी और जरूरत को ध्यान में रख कर 30 सालों की कार्य योजना बनायें
अगले साल लोगों को पानी की कमी नहीं झेलनी पड़े
30 अप्रैल को फिर करेंगे निरीक्षण, कार्य की प्रगति देखेंगे

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