राष्ट्रीय पंचायत दिवस समारोह 24 को, प्रशासनिक तैयारी शुरू
रांची: राष्ट्रीय पंचायत दिवस समारोह 24 अप्रैल को जमशेदपुर में मनाया जायेगा. इसको लेकर प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. अधिकारियों की जिम्मेवारी भी तय कर दी गयी है. दो पदाधिकारियों यतींद्र प्रसाद, संयुक्त सचिव ग्रामीण विकास विभाग व बीरेंद्र सिंह डीडीसी रांची नोडल पदाधिकारी बनाये गये हैं. इसके अलावा ग्रामीण विकास विभाग के […]
रांची: राष्ट्रीय पंचायत दिवस समारोह 24 अप्रैल को जमशेदपुर में मनाया जायेगा. इसको लेकर प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. अधिकारियों की जिम्मेवारी भी तय कर दी गयी है. दो पदाधिकारियों यतींद्र प्रसाद, संयुक्त सचिव ग्रामीण विकास विभाग व बीरेंद्र सिंह डीडीसी रांची नोडल पदाधिकारी बनाये गये हैं. इसके अलावा ग्रामीण विकास विभाग के निदेशक सह अपर सचिव शिवेंद्र सिंह को वरीय प्रभार बनाया गया है. पंचायत दिवस समारोह में झारखंड के अलावा अन्य राज्यों से भी प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. समाराेह के लिए टीम भी बनायी गयी है. इनमें स्वागत टीम और वाहन टीम मुख्य हैं. जनप्रतिनिधियों के पहुंचने पर उनका स्टेशन व हवाई अड्डे पर पारंपरिक तरीके से स्वागत किया जाना है. इसकी व्यवस्था जिला प्रशासन, पर्यटन, कला-संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के सहयोग से किया जायेगा.
पीएम के आगमन को लेकर जमशेदपुर में पांच अतिरिक्त एसपी
जमशेदपुर में 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम है. इसके मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए जमशेदपुर में एसपी रैंक के पांच अफसरों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. आइआरबी-तीन, चतरा के कमांडेंट मदन मोहन लाल डीआइजी कोल्हान के कार्यालय में रिपोर्ट करेंगे. वहीं, सीआइडी के एसपी शैलेंद्र कुमार सिन्हा, एसटीएफ के एसपी संजय रंजन सिंह, जैप-10 होटवार की कमांडेंट संध्या रानी मेहता व जैप-छह के कमांडेंट शैलेंद्र वर्णवाल जमशेदपुर एसएसपी के कार्यालय में योगदान देंगे. सभी 20 अप्रैल को योगदान देंगे.
स्वागत टीम
रेलमार्ग से जमशेदपुर, रांची व हटिया स्टेशन आनेवाले जनप्रतिनिधि व हवाई मार्ग से आने वाले प्रतिनिधियों को रिसिव करने का काम करेंगे. जो जनप्रतिनिधि सड़क मार्ग से जमशेदपुर जायेंगे, उनके लिए जमशेदपुर के निकटवर्ती राज्यों से सड़क मार्ग के रास्ते पड़नेवाले पुलिस स्टेशन व प्रखंडों को उनके आने की जानकारी उपलब्ध कराने का काम करेंगे.
वाहन टीम
बाहर से आनेवाले प्रतिनिधियों के लिए वाहनों की व्यवस्था करेंगे. वाहन जिस राज्य से आवंटित किये जायेंगे, उस पर उस राज्य का बैनर लगे, इसका ध्यान रखने का काम करेंगे.