नहीं कर सकते सहयोग, तो इच्छामृत्यु दे दें : पीड़िता

रांची : कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में बुधवार को जनता दरबार लगाया गया़ इस दौरान भू राजस्व मंत्री अमर बाउरी ने लोगों की फरियाद सुनी़ कतरास के भाजपा मंडल अध्यक्ष विनय कुमार सिंह पर वहीं की एक महिला जाहिरा (नाम बदला हुआ) ने यौन शोषण का आरोप लगाया. महिला ने मंत्री अमर बाउरी को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2016 8:34 AM

रांची : कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में बुधवार को जनता दरबार लगाया गया़ इस दौरान भू राजस्व मंत्री अमर बाउरी ने लोगों की फरियाद सुनी़ कतरास के भाजपा मंडल अध्यक्ष विनय कुमार सिंह पर वहीं की एक महिला जाहिरा (नाम बदला हुआ) ने यौन शोषण का आरोप लगाया. महिला ने मंत्री अमर बाउरी को बताया कि उस पर प्राथमिकी भी दर्ज है. वारंट भी निकला है, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है. 2011 से वह यौन शोषण कर रहा था.

घर के कुछ लोग भी उसे सहयोग करते हैं. घर की प्रॉपर्टी भी उसने ले ली है. 2014 में मेरी शादी हो गयी. इसकी जानकारी उसने पति को भी दी. इसके बाद पति ने भी छोड़ दिया. वह न्याय चाहती है. अगर सरकार सहयोग नहीं कर सकती है, तो मुझे इच्छामृत्यु दे दे. मैं जिंदा नहीं रहना चाहती हूं. मंत्री ने इस मामले में डीजीपी से बात करने का आश्वासन दिया.

समझाने पर, पत्नी-बच्चों को साथ ले गया पति

किशोरगंज निवासी निर्मल कुमार की पत्नी गुड़िया ने पति व उसके परिवारवालों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. गुड़िया ने बताया कि पति छोड़ चुका है, जबकि वह पति के साथ रहना चाहती है. मेरे दो बच्चे हैं. गुड़िया ने बताया कि हम दोनों ने अपनी मरजी से 26 अप्रैल 2011 को शादी की थी़ पति निर्मल किशोरगंज में रेडियो व टीवी मरम्मत की दुकान चलाता है. शादी के तीन माह के बाद से ही ससुराल वाले प्रताड़ित करने लगे. दो-दो बार अबॉर्शन कराना पड़ा. फिलहाल बच्चे के साथ मायके में रह रहे हैं. ससुराल वाले अब घर में घुसने नहीं देते हैं. पत्नी की शिकायत की जानकारी देने पर निर्मल भी मंत्री के दरबार में पहुंचा. उसने भी गुड़िया पर कई तरह के आरोप लगाये़ इस पर मंत्री ने दोनों की काउंसलिंग की़ इसके बाद दोनों को समझा बुझा कर साथ रहेने की सलाह दी़ दोनों से कागज पर लिखवाया कि आगे से लड़ाई नहीं करेंगे. मिल-जुल कर रहेंगे. इसके बाद निर्मल अपनी पत्नी व बच्चों को साथ लेकर गया.

2001 से भटक रहे हैं मुआवजा के लिए : मंत्री को राजेंद्र शर्मा ने बताया कि 2001 में पलामू के मनातू स्थित घर को 500 उग्रवादियों ने घेर लिया था. घर से आठ लाख रुपये का सामान लेकर चले गये थे. सरकार ने मुआवजा देने का आदेश दिया था. इसकी रिपोर्ट भी तैयार हो गयी है, लेकिन अब तक मुआवजा नहीं मिला है.

पत्नी व बच्चों को दलालों से करायें मुक्त

मांडर, टांगर बसली निवासी मुन्ना लोहरा ने पत्नी व बच्चों को दलालों के चंगुल से मुक्त कराने का आग्रह किया. उसने बताया कि 10 जनवरी 2016 को सुशीला उराइन और बसंती महतवाइन मेरी पत्नी और दो बेटियों को काम दिलाने के लिए सीवान लेकर चली गयी है.

सुशीला और बसंती भी मांडर की ही रहनेवाली है. उसे अब वह दिल्ली भेजने की तैयारी में है. मुन्ना ने पत्नी व बच्चों को दलालों से मुक्त कराने का आग्रह किया़ मंत्री ने पूरे मामले की जांच का आदेश दिया.

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